देश की एकता व अखण्डता के लिए शहीद हुए डॉ. मुखर्जी

DSC02242अजमेर उत्तर विधायक प्रो. वासुदेव देवनानी ने भारतीय जनसंघ के संस्थापक डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी को देश की एकता एवं अखण्डता के लिए आजादी के बाद पहला शहीद बताते हुए श्रद्धा से याद किया।
देवनानी आज भाजपा पृथ्वीराज मण्डल द्वारा डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के बलिदान दिवस पर स्थानीय ऋषिघाटी स्थित स्वर्णकार धर्मशाला में आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होने कहा कि कश्मीर से धारा 370 हटाने और एक देश में दो प्रधान, दो विधान, दो निशान को लेकर डॉ. मुखर्जी के नेतृत्व में देशभर में इतना जबरदस्त आंदोलन हुआ कि पण्डित जवाहर लाल नेहरू और शेख अब्दुला को अपनी सल्तनत खतरें में दिखाई देने लगी जिसके कारण उनको गिरफ्तार कर षड़यंत्रपूर्वक हत्या करवा दी गयी।
उन्होंने कहा कि डॉ. मुखर्जी द्वारा चलाये गये आंदोलन के कारण ही आज कश्मीर में दो प्रधान, दो विधान, दो निशान नहीं है। उन्होंने कहा कि नेहरू-गांधी परिवार का अब्दुला परिवार से जो सम्बंध है वहीं कश्मीर की समस्या की मूल जड़ है। उन्होंने कार्यकर्ताओं का आव्हान किया कि कश्मीर से धारा 370 हटाने एवं कांग्रेस द्वारा देश के हितों से समझौता किये जाने जैसे मुद्दों को आमजन तक पहुंचाऐ। शहर जिला महामंत्री धमेन्द्र गहलोत ने सम्बोधित करते हुए कहा कि कांग्रेस सत्ता के लिए हमेशा देश के हितों से समझोता करती रही है । इसके लिए चाहे किसी राष्ट्रभक्त की हत्या करवानी हो या उन्हें बदनाम करना हो तो आज भी वो एसे षड़यंत्र रचने में कहीं पिछे नहीं रहती। बैठक में कैदारनाथ उत्तराखण्ड में आई बाढ़ के कारण हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं व नागरिकों के कालकलवित हो जाने पर दो मिनिट का मौन रखकर श्रद्धांजलि अर्पित की गयी। विधायक देवनानी ने बताया कि उत्तराखण्ड व केदारनाथ त्रासदी में सहयोग हेतु वे अपने एक माह का वेतन दे रहे है। बैठक में मण्डल अध्यक्ष रमेश सोनी, शहर जिला उपाध्यक्ष जयकिशन पारवानी, सीताराम शर्मा, तुलसी सोनी, पार्षद योगेश शर्मा, भारती श्रीवास्तव तथा अनिल नरवाल, किशन बालानी, कमलेश शर्मा, पारस बोहरा, शमशेरसिंह रावत, तारासिंह बोराज, विनीत पारीक, गोपालसिंह चौहान, सुलोचना शुक्ला आदि भाजपा कार्यकर्ता उपस्थित थे।

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