राजगढ़ धाम पर पहुंचे हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री हुकम सिंह

01अजमेर। रविवार को भैरव धाम राजगढ़ पर हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री मास्टर हुकम सिंह जी दादरी राजगढ़ धाम पर दर्षन कर मत्था टेकने पहँुचे। उन्होने कहा कि धाम पर गुरू पूर्णिमा महोत्सव के दोरान आयोजित रक्तदान षिविर में 1055 युनिट रक्तदान हुआ जिसकी सराहना के लिये मेरे पास षब्द नही है। मुझे यह जानकर सबसे ज्यादा खुषी हुई की मेरे प्रदेष हरियाणा की जनता ने जो बढ़ चढ़कर के रक्तदान के लिये अपना योगदान दिया उसके लिये में उनको धन्यवाद एवं साधुवाद देता हूॅ कि अपने प्रदेष का नाम गोरवान्वित किया। रूपये पैसे धन दौलत का दान तो हर इंसान कर सकता है लेकिन इस पवित्र भैरव धाम पर आकर रक्तदान भाग्यषाली ही कर सकता हैं । प्रथम बार जब में इस धाम पर आया तो काफी परेषान था मेरे पीठ इतनी दर्द करती थी की में चैन से बैठ भी नही सकता था। इस धाम की सबसे अनुठी विषेषता यह लगी की यहा किसी भी प्रकार का दान चन्दा चढ़ावा नही लिया जाता और ना ही किसी भी प्रकार का कोई गुप्तदान लिया जाता है। धाम पर आने के लिये मुझे काफी लोगो ने कहा लेकिन जब तक भगवान का बुलावा नही हेाता तब तक कोई धाम पर नही पहुच सकता आज मेरा बुलावा आया और मे राजगढ़ धाम चला आया। धाम पर आने के बाद बाबा ने मात्र पंखा लगाया और मात्र एक परिक्रमा से मेरा कई दिनो से चला आ रहा पीठ का दर्द बिलकुल ठीक हो गया मे हैरान था कि जो दर्द दवाईयो से ठीक नही हो रहा था वो यहा आने से ही ठीक हो गई। राजगढ़ धाम पर जो सच्ची श्रद्वा और आस्था के साथ आता वो अपने मनोरथ पूर्ण कराकर जाता है। महाराज जी से मेरा निवेदन है कि राजस्थान मे जब भी आपातकालीन स्थिति मे रक्त की आवष्यकता होगी तो आपके आदेष से लगभग 5000 लोगो को अपने साथ लेकर आउंगा।
भैरव धाम पर रविवार को जर्मनी से भी केंसर के मरीज आये जिनको यहा आने के बाद काफी फायदा मिला जब कि पूर्व मे जब धाम पर आये थे तब षरीर में केंसर पूरी तरह फैल चुका था और धाम पर आने के बाद बाबा की मात्र चिमटी के सेवन व मात्र एक परिक्रमा करने से ही पूर्णतया ठीक हो गया। पंजाब से भी केंसर के मरीज आये जिनको यहा आने के बाद काफी फायदा मिला। चम्पालाल महाराज ने आये हुए सभी श्रद्वालुओ को नषा मुक्ती का संकल्प दिलाया जिसमें स्त्री व पुरूष दोनो ही थे और कन्या भ्रूण हत्या को रोकने का संदेष दिया । चम्पालाल महाराज ने कहा कि नषा नाष का कारण एवं नषा आपराध करी जड़ है,नषे से परिवार बिगड़ता है। राष्ट्र और परिवार के खुषहाली की पहचान नषा मुक्त हो हर इंसान। रविवार को भैरव धाम पर प्रदेशभर से पहुचे लगभग पच्चीस हजार लोगो में से 3000 लोगो ने नषा मुक्ती का संकल्प लिया । जिसमें श्रद्वालु बिड़़ी ,सिगरेट ,गुटका,षराब ,चोरी ,अपराध आदि को बाबा के चरणो में छोड़कर जाते है। रविवार को राजगढ़ भैरव धाम में मेले जेसा माहौल नजर आया। प्रदेशभर से आये सभी श्रद्वालुओ ने ज्योती के दर्षन किये व मत्था टेक कर एवं मनोकामना पूर्ण स्थम्भ की परिक्रमा लगाकर सुख समृöी की कामना की। साथ ही पर्यावरण की दृष्टी से आये हुये श्रद्वालुओ वृक्षारोपण के लिये भी प्रेरित किया। महाराज ने आये हुये श्रद्वालुओ को स्वेच्छा से रक्तदान करने एवं कन्या भ्रूण हत्या को रोकने का संदेष दिया व साथ ही पर्यावरण की दृष्टी से आये हुये श्रद्वालुओ वृक्षारोपण के लिये भी प्रेरित किया। महाराज ने बाल विवाह महाअभिषाप है बाल विवाह को रोकने एवं गौ रक्षा करने का संदेष भी दिया । महाराज ने आने वाले भविष्य को उज्जवाल बनाने के लिये आये हुए सभी भक्तो को बिजली बचाओ व पानी बचाने के लिये भी प्रेरित किया। गाय हमारी माता है हिन्दु धर्म में गाय का प्रथम माता के रूप में पूजा जाता है इसलिये हमे गायो की रक्षा करनी चाहिए और उनको बचाना चाहिए ।
-अविनाश सेन

error: Content is protected !!