अजमेर। आयुक्त विशेष योग्यजन, सामाजिक न्याय एवं आधिकारिता विभाग श्रीमती रेणुसिंह ने कहा कि समाज में विशेष योग्यजनों का विशेष ध्यान रखते हुए उनके अधिकारों की रक्षा करना मानवीयता है। साथ ही हमारा कर्तव्य भी है। उन्होंने बताया कि निशक्त विशेष योग्यजनों की समस्याएं एक ऐसा क्षेत्र है जो उपेक्षा का शिकार है, आवश्यकता इस बात की है कि अधिकारी विशेष योग्यजनों के प्रति संवेदनशीलता एवं सहानुभूति पूर्ण व्यवहार करते हुए इनकी समस्याओं का तुरंत निराकरण करने के लिए तत्परता दिखाएं।
श्रीमती रेणुसिंह ने आज सुबह जिला कलक्टर सभागार में विशेष योग्यजनों की समस्याओं के निराकरण हेतु आयोजित जनसुनवाई के दौरान उपस्थित अधिकारियों को संबोधित करते हुए यह बात कही।
श्रीमती सिंह ने कहा कि देश की 3 प्रतिशत आबादी किसी न किसी विकलांगता से ग्रसित है। इनके लिए सरकार ने कई योजनाएं चला रखी है। जिनमें विश्वास योजना, मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना आदि शामिल है। उन्होंने बताया कि विशेष योग्यजनों के लिए पहले जयपुर में जनसुनवाई होती थी। जहां पर गरीबी एवं अन्य कारणों से प्रदेश के कई विशेष योग्यजन नहीं पहुंच पाते थे। इसी के चलते अब निदेशालय विशेष योग्यजन द्वारा प्रदेश के विभिन्न जिलों में विशेष योग्यजनों की समस्याओं के निस्तारण के लिए जनसुनवाई प्रारंभ की गई है।
कलक्टर श्री वैभव गालरिया ने कहा कि विशेष योग्यजनों के प्रति विशेष ध्यान देते हुए उनकी समस्याओं को संवेदनशीलता से सुनकर निराकरण करना चाहिए। इसी क्रम में प्रत्येक शुक्रवार को सुनवाई के अधिकार के तहत होने वाली जनसुनवाई के दौरान भी परिवाद लेकर आने वाले कई निशक्त विशेष योग्यजनों की समस्याओं का निस्तारण किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि विशेष योग्यजनों के लिए राज्य सरकार ने कई योजनाएं चला रखी है जिसके तहत उनको पेंशन, छात्रवृत्ति, मोटराइज्ड ट्राइसाइकिल प्रदान करना, बैंको से ऋण दिलवाने आदि शामिल है।
इस अवसर पर अतिरिक्त जिला कलक्टर श्री अजयकुमार शुक्ला, उपनिदेशक सामाजिक न्याय एवं आधिकारिता विभाग श्रीमती विजयलक्ष्मी गौड, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री कालूराम रावत, अतिरिक्त जिला स्वास्थ्य अधिकारी डा. लाल थदानी एवं कई अधिकारीगण मौजूद थे।
जनसुनवाई में विशेष योग्यजनों ने बताई समस्याएं
विशेष योग्यजनों की समस्याओं के निराकरण हेतु आयोजित जनसुनवाई के दौरान दृष्टिहीन शंकरलाल खाती ने बीपीएल श्रेणी में शामिल करने एवं निशुल्क भूमि आवंटन की मांग की। जिस पर उपखंड अधिकारी अजमेर को चयनित श्रेणी की जांच कर सहायता दिलवाने के लिए निर्देशित किया गया। सेठीनगर निवासी विशेष योग्यजन जसनदास सिंधी ने बताया कि वो किराए के मकान में रह रहे हैं। गुजारा करना भी मुश्किल है। इस पर आयुक्त विशेष योग्यजन, सामाजिक न्याय एवं आधिकारिता विभाग श्रीमती रेणुसिंह ने उनको विभाग के वृद्घाश्रम में रखने की बात कही, जिससे उन्हें व उनकी पत्नी की वृद्घावस्था में आवास, देखभाल एवं खाना उचित समय पर मिल सके। अजमेर विकलांग संघ समिति के विशेष योग्यजनों ने सामूहिक मांग रखी की अजमेर में विकलांग शिविर आयोजित किया जाए। जहां पर रोडवेज बसों में यात्रा के लिए स्मार्ट कार्ड, विकलांगता प्रमाण पत्र के लिए मेडिकल बोर्ड एवं सामाजिक न्याय एवं आधिकारिता विभाग के अधिकारी एक ही जगह उनकी समस्याओं का समाधान करें। विशेष योग्यजन पवन बैरवा ने एवीवीएलएल के नए भवन में विकलांगो के लिए रेम्प एवं विकलांगो के लिए उपकरण वितरण कैंप लगाने की मांग रखी। आंशिक रूप से दृष्टिहीन भागचंद माली ने रोजगार की मांग रखते हुए स्टांप वेंडर के लिए आवेदन करने की बात कही, इस पर उसे डीआईजी रजिस्ट्री एवं स्टांप के यहां आवेदन करने के लिए मार्गदर्शन दिया गया।
जनसुनवाई के दौरान अतिरिक्त जिला कलक्टर श्री अजयकुमार शुक्ला, उपनिदेशक सामाजिक न्याय एवं आधिकारिता विभाग श्रीमती विजयलक्ष्मी गौड, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री कालूराम रावत, अतिरिक्त जिला स्वास्थ्य अधिकारी डा. लाल थदानी एवं विभिन्न विभागों के अधिकारीगण मौजूद थे।
स्वयंसेवी संस्थाओं की ली बैठक
आयुक्त विशेष योग्यजन, सामाजिक न्याय एवं आधिकारिता विभाग श्रीमती रेणुसिंह ने दोपहर बाद जिला कलक्टर सभागार में अजमेर जिले में विशेष योग्यजनों के लिए कार्यरत स्वयंसेवी संस्थाओं के प्रतिनिधियों की बैठक लेकर विभिन्न मुद्दों पर विचार विमर्श किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि स्वयंसेवी संस्थाएं विशेष योग्यजनों के लिए किए जा रहे काम को ईबादत समझ कर करे। उन्होंने कहा कि आंकडों के अनुसार देश में एक प्रतिशत निशक्तजनों को ही सुविधाएं मिल पा रही है। बड़ी संख्या में निशक्तजन वंचित है। स्वयंसेवी संस्थाएं अपने काम में पारदर्शिता बरते, एकाउंट बुक को ओपन रखे तो उन्हें किसी भी प्रकार की समस्या नहीं आएगी, और विशेषयोग्यजनों के लिए बेहतर काम कर पाएंगे।
इस अवसर पर उपस्थित स्वयंसेवी संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने भी अपनी समस्याएं बताते हुए उनका निराकरण करने की मांग रखी। अपना घर संस्था के महेश वैष्णव ने शहर से भिखारियों को हटाकर पुर्नवास के लिए निशुल्क जमीन की मांग की। राजस्थान नेत्रहीन सेवा संघ के जयराम मीणा एवं निर्मल खंडेलवाल ने अजमेर में दृष्टिहीन बालिका विद्यालय की मांग रखते हुए उनके प्रपोजल पर गंभीरता से विचार करने को कहा। बधिर विद्यालय वैशाली नगर के संतकुमार, श्रीराम संस्थान ब्यावर के डा. भवानीसिंह शेखावत एवं राजस्थान महिला कल्याण मंडल चाचियावास के राकेश कुमार कौशिक ने भी विशेष योग्यजनों के लिए संस्था द्वारा किए जा रहे कार्यो की जानकारी दी।
आयुक्त विशेष योग्यजन, सामाजिक न्याय एवं आधिकारिता विभाग श्रीमती रेणुसिंह ने सायं अजमेर में विशेष योग्यजनो के लिए कार्यरत विभिन्न स्वयंसेवी संस्थाओं का दौरा कर उनकी कार्यप्रणाली को समझा तथा समस्याओं से अवगत होकर उनका निराकरण करने का आश्वासन दिया। उन्होंने अपना घर, महिला कल्याण मंडल चाचियावास, बघिर विद्यालय, नेत्रहीन सेवा संघ माकड़वाली का दौरा किया।