सर्पदंश से महिला तड़पती रही, नहीं मिला एक भी चिकित्सक

arain-मनोज सारस्वत- अरांई। कस्बे में बुधवार देर रात्रि सान्दोलिया निवासी सर्पदशं से पीडित महिला को अरंाई सामुदायिक स्वास्थ्य पर प्राथमिक उपचार नहीं मिलने से परिजनों ने अव्यवस्थाओं को लेकर रोष जताया। मुख्यालय से ब्लॉक सीएमओं व वरिष्ठ चिकित्सा प्रभारी अधिकारी के गायब रहने से फैली अव्यवस्थाओं से आये दिन ग्रामीणों क ो परेशानियॉ के दौर से गुजरना पड रहा है। हादसा न हो इस आश्ंाका से परिजनों द्वारा पीडित महिला को निजी वाहन से किशनगढ यज्ञनारायण अस्पताल में ले जाया गया। जहॉ चिकित्सकों द्वारा महिला को सुरक्षित प्राथमिक उपचार देते हुये ईलाज किया गया। प्राप्त जानकारी के अनुसार सान्दोलिया निवासी धापू देवी पत्नि विश्राम बैरवा बुधवार रात्रि आठ बजे अपने बाड़े में पशुओं को चारा डाल रही थी। इस दौरान काले सर्प ने धापू देवी को ढसं लिया। सर्पदंश से पीडित महिला की हालत खराब होनें पर परिजन घबरा कर पीडिता को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र प्राथमिक उपचार के लिये लेकर आये जहॉ एक भी चिकित्सक मुख्यालय पर नहीं मिला। कार्यरत कर्मचारियों द्वारा किशनगढ ले जाने क ो कहा। परिजनों ने कार्यरत कर्मचारियों से १०८ एम्बुलेन्स के बारे में जानकारी मांगी तो अरंाई की एम्बुलेन्स भी खराब पडी होना बताया गया। पीडिता के परिजनों ने अस्पताल प्रशासन की अव्यवस्थाओंं को लेकर सान्दोलिया निवासी हनुमान बैरवा, रामलाल बैरवॉ, शौकीन बैरवॉ, गोपाल बैरवॉ, आदि ग्रामीणों ने रोष जताते हुये स्थानीय जनप्रतिनिधियों व सामाजिक संगठनों के लचीले रवैये पर भी सवाल खड़े किये है।
केरोसीन व डीजल पीने से दो छात्र अचेत :- बुधवार को कस्बे में समीपवर्ती ग्राम धोलपुरिया के नाबालिग रोहित वैष्णव पुत्र शिवराज वैष्णव द्वारा गलती से चूल्हे के पास बोतल में रखा केरोसीन पीने से तबीयत बिगड़ गयी। गांव के ही रणजीत सिंह राठौड व सहयोगियों की मदद से अचेत अवस्था में रोहित को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र लाया गया। जहॉ से चिकित्सक नहीं होनें के कारण बिना किसी उपचार के परिजनों को किशनगढ ले जाया गया। इसी प्रकार अरंाई निवासी किशन भील के भी नाबालिग पुत्री ने अनजाने में घर में रखा डीजल पीने से बालक की तबीयत खराब हो गई। जिसे सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र लाया गया बाद में किशनगढ ले जाया गया। मामले को लेकर परिजनों ने अव्यवस्थाओं को लेकर रोष जताया।
रैफर कार्ड देने वाला भी नहीं :- मालूम हो कि अरंाई सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र छोटी छोटी बिमारियों के मरीजों को रैफर करने के लिए प्रसिद्ध है वहॉ स्थिति ऐसी बनी हुई है कि मरीजों को प्राथमिक उपचार मिलना तो दूर रैफर कार्ड भी नसीब नहीं हो रहा है। वहीं तिहारी से आने वाली १०८ एम्बुलेन्सकर्मीयों को भी अस्पताल में वरिष्ठ चिकित्सा प्रभारी अधिकारी की नामौजूदगी में विवादों में प्रसिद्ध कार्यरत आयुष चिकित्सक मनोज शर्मा के बोलवचनों का सामना करना पडता है। इस बीच मरीज के तड़पने का सिलसिला जारी रहता है।
खुद ही नहीं टिकते तो अव्यवस्थाएं अवश्यम्भावी हैं:– अरंाई क्षेत्र क ी चिकित्सा व्यवस्थाएॅ जिन हाथों में है स्वंय ब्लॉक मुख्य चिकित्सा अधिकारी बंशीलाल मण्डारा मुख्यालय पर नहीं रूकते है तथा अजमेर से अपडाउन करते है। तो सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र व प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों की हालत खराब होना वाजिब है। जिनकी कोई सुध लेने वाला नहीं है। हर मामले में ब्लॉक सीएमएचओं जांच करके दोषियों के खिलाफ कार्यवाही करने का आश्वासन देते है परन्तु अरंाई क्षेत्र में चिकित्सा की अव्यवस्थाए में आबा नगरी चौपट राजा की कहावत पूरी तरह सिद्ध हो रही है। स्वंय खुद ही उदासीनता व लापरवाही का सहरा बाधें हुये डा० बंशीलाल मण्डारा उच्च अधिकारियों के समक्ष कार्यवाही की कलम को रोक लुका चुपी का खेल खेल रहे है।
बीसीएमओ जिम्मेदारी से मुकरे
सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में अव्यवस्थाओं में मेरी कोई जिम्मेदारी नहीं है। प्रभारी को छुट्टी सीएमएचओं ने दी है। मैं स्वय रात्रि में फिल्ड में था। ग्रामीणों का आरोप झूठा है। -ब्लॉक मुख्य चिकित्सा अधिकारी, अरांई

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