अजमेर। विघ्न हरण मंगल करण गणनायक गणराज प्रथम ध्याउ आपको बैगी करजो काज। समस्त देवो में प्रथम पूज्य भगवान श्रीगणेश के 11 दिवसीय गणपति महोत्सव का सोमवार को विधीवत शुभारंभ हुआ। गणेश महोत्सव को लेकर कई दिन पूर्व से ही श्रद्धालुओं ने तैयारियां कर ली थी। वहीं मंदिरो में विशेष साज सज्जा के साथ इस महोत्सव का स्वागत करने के लिए हर कोई आतुर था। गणेश चतुर्थी पर स्थानीय महाराष्ट्र मंडल में मनाये जा रहे 131वें श्रीगणेशोत्सव के तहत विधिविधान के साथ पूजा अर्चना कर भगवान गणपति को स्थापित किया गया। जहंा पूरे 11 दिन विभिन्न धार्मिक सामाजिक और सांस्कृतिक आयोजन किये जायेगे। गणशोत्सव सचिव आनंद वैद्य ने आयोजन की जानकारी देते हुये बताया।
इसी तरह आगरा गेट स्थित प्राचीन गणेश मंदिर पर दोपहर 12 बजे गणेश जन्म की महाआरती की गई। सैकडो की संख्या में श्रद्धालुओं ने जय गणेश गणराज, गजानंद की जय जयकार करते हुए मनोकामना मांगी। मंदिर पर भगवान गणेश का नयनाभिराम श्रृंगार किया गया है। शाम को फूल बंगले की झांकी सजाकर महा आरती की गयी। तत्पश्चात् सभी को मोदक का प्रसाद वितरित किया गया। पंडित आचार्य घनश्याम प्रसाद सभी गणेश भक्तो को आर्शीवचन देते हुये भगवान गणेश से सबकी मनोकामनाए पुरी करने की प्रार्थना की।
गणेश चतुर्थी के अवसर पर सोमवार को बालू गोमा गली में श्री कार्यसिद्ध गणपती मंदिर में ड्राईफ़्रूट से शिव परिवार को बनाया गया। परिवार में कार्तिके, नंदी, शिवलिंग, पार्वती और गणेश की प्रतिमायें बनाई गई है। पंडित कैलाश चन्द्र गौड ने बताया की हर वर्ष की तरह भक्तो के लिए गणपति सेवा मित्र मंडल गणेश चतुर्थी के अवसर पर हर बार अनूठा आयोजन करता है। इस बार मंडल ने 5 क्विंटल सूखे मेवे से शिव परिवार बनाया है। मेवे में काजू, किशमिश, अखरोट, बादाम लॉन्ग आदि का पेस्ट बनाकर सुखे मेवे से श्रृगांर किया गया। जिसे बनाने में 4 दिन लगे है परिवार के साथ 108 शिवलिंग और 15 फीट का शिवलिंग भी भक्तो के लिए बनाया गया है। गौड ने बताया की गणेश विसर्जन के समय प्रर्यावरण का विशेष ध्यान रखा गया है। इस परिवार को जब पानी में विर्सजित करेंगे तो पानी के जीव जंतुओ को भी कोई नुकसान नही होगा।
इसी तरह स्वामी कॅाम्प्लेक्स में बने माता मंदिर में भगवान गणेश की विशाल प्रतिमा को स्थापित कर गणेश महेात्सव का श्रीगणेश किया गया। स्वामी गु्रप के सीएमडी कंवल प्रकाश किशनानी ने सपरिवार विधिविधान के साथ भगवान श्रीगणेश की स्थापना की। दोपहर 12 बजे मंगल आरती की गई। इस मौके पर कॉम्प्लेक्स के व्यापारियो ने भी बडी श्रद्धा के साथ भाग लेकर गणेश के समक्ष शिश नवाया।
गणेश उत्सव के कार्यक्रमो मे सिविल लाईन स्थित अग्रवाल कॉलोनी मे अग्रवाल विकास समिति द्वारा गणेश मंदिर मे गणेश चतुर्थी धुम धाम से मनाई गई। दोपहर 12 बजे गणेश जी का श्रृंगार कर महाआरती की गई और गणेश वंदना के साथ प्रसाद का वितरण किया गया। कार्यक्रम में कई राजनैतिक क्षेत्र कें लोग जिनमे डॉ श्रीगोपाल बाहेती, सुरेन्द्र सिंह शेखावत, डॉ सुरेश गर्ग, विष्णु माथूर, सोरभ बजाड, नौरत गुर्जर, सहित कॉलोनीवासियों ने शिरकत की।
माकडवाली रोड़ स्थित फर्स्ट स्टेप स्कूल में सोमवार को नन्हे मुन्ने बच्चो ने गणपती अराधना की और मंत्र व श्लोको के द्वारा भगवान गणेश की स्तुति कर मोदक का भोग लगाया। इस अवसर पर कई बच्चे गणपति और रिद्धी सिद्धी बनकर आये और गणपति वंदना के गीतों पर नृत्य कर उत्सव मनाया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि दिनेश तायल, और अध्यक्ष डॅा केके शर्मा द्वारा उत्कृष्ठ प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियो को पारितोषिक से नवाजा गया।
धार्मिक नगरी पुष्कर में गोरी पुत्र गणेश के जन्मदिन को लेकर जबरदस्त उत्साह देखा गया। सुबह से ही भक्तो का जमावड़ा लगने लगा। प्रभात् वंदना के साथ मंदिरों में आरतियांे की मधुर ध्वनी और गणपति बप्पा मोर्या के जयकारे सुनाई देने लगे। कस्बे के सबसे प्राचीन बट्वाय गणेश जी के मंदिर में सुबह से ही लम्बी लम्बी भक्तो की कतारे लगने लगी और हर कोई गजानंद महाराज की एक झलक पाने को लालायित रहा।
वही ब्रह्म चौक स्थित बड़े गणेश जी के मंदिर में भी सुबह से ही श्रृंगार और साज सज्जा के कार्यक्रम शुरु हो गए। दस दिन तक चलने वाले गणपति महोत्सव को लेकर भी हर गली मोहल्लो में उत्साह देखा गया। सभी भक्तो ने अलग अलग जगह गणपति को विराजमान किया। दस दिन की पूजा अर्चना के बाद अनन्त चतुर्दशी को विशाल शोभायात्रा के साथ गणपती विर्सजन होगा
शहर में सोमवार को भगवान गजानंद की स्थापना से पुर्व गाजे बाजो के साथ शोभा य्ाात्र्ााएं निकाली गई। भगवान गजानंद की मनमोहक प्रतिमाओं की धार्मिक रितिरिवाजों के साथ घरों और गली मौहल्लों में गणपति पांडाल सजाकर स्थापना की गई। जौंसगंज पटेल नगर के वाशिंदों ने विशालकाय्ा गजानंद भगवान की प्रतिमा की शोभाय्ाात्र्ाा रामगंज स्थित बालाजी मंदिर से सोमवार सुबह गाजेबाजे के साथ निकाली। और पटेल नगर में पुरे वैदिक विधि विधान के साथ भगवान गजानंद को स्थापित किया गया।
इसके अलावा शहर में अनेक स्थलो पर गणेश मुर्तियो को स्थापित करने के लिये शोभायात्राएं निकाली गई। गाजे बाजों के साथ गणपति भक्त झुमते नाचते प्रतिमाओं को लेकर आयेाजन स्थल पहुंचे। कई शोभायात्रा मंे मां काली का अखाड़ा करतब दिखाता हुआ चल रहा था।