केकड़ी में श्रीमदभागवत सप्ताह ज्ञान यज्ञ शुरू

12-09-13 SHOBHAYATRA12-09-13 SHOBHAYATRA - 212-09-13 SHOBHAYATRA - 3केकडी। महामण्डलेश्वर स्वामी जगदीशपुरी महाराज ने कहा कि श्रीमद् भागवत महापुराण वेद रूपी वृक्ष का पका हुआ फल है। इसमें भक्ति, ज्ञान, वैराग्य की विस्तार से चर्चा है। इसके श्रवण मात्र से ही मनुष्य के अंदर मृत्यु का भय दूर हो जाता है। स्वामी जगदीशपुरी महाराज गुरूवार से यहां गीता भवन में प्रारम्भ हुये श्रीमद भागवत सप्ताह ज्ञान यज्ञ में प्रवचन के दौरान बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि परमधाम गमन के लिए भागवत कथा आरक्षण के समान है। भारत की पुण्यभूमि में जन्म होना जीवों के अनन्त पुण्य का पुष्प और फल है। भागवत की अमृतमयी कथा जीवन को रास्ता दिखाती है। अमृत इस संसार में भगवान के प्यारे भक्तों के कंठ में होता है। जो मृत्यु भय को निर्मूल करता है। उन्होने यी भी कहा कि शक्ति मां है और ज्ञान व वैराग्य उसके दो पुत्र हैं। जिन्हे ज्ञान या वैराग्य दोनों में किसी की भी आवश्कता है, उन्हे भक्ति करनी पड़ेगी। क्योंकि मां के बिना पुत्र का अस्तित्व संभव नहीं है। भागवत को स्पष्ट करते हुए उन्होने कहा कि भागवत वह तत्व है जिसके अनुष्ठान से भक्ति ज्ञान और वैराग्य तीनों पुष्ट होते है। भागवत पुराण पुरूषोत्तम के ललाट का तिलक और वैष्णवों का परम धर्म है। जिसके पठन, कथन या श्रवण मात्र से ही जीवात्मा समस्त बंधनों से मुक्त हो जाता है।
कलश यात्रा में उमडा महिलाओ का सैलाब –
इससे पहले स्वामी जगदीश पुरी महाराज के सानिध्य में खिडकी गेट के पास स्थित बडपिप्लेश्वर महादेव मंदिर से गीता भवन तक विशाल कलश यात्रा निकाली गई जिसमे महिलाओ का सैलाब उमड पडा । शोभायात्रा में सबसे आगे आगे युवा कार्यकर्ता स्वामी की पदरावणी के लिये पीले कपडे के पगमण्डे बिछाते हुये चल रहे थे जिनकी श्रद्वा व आस्था का नजारा देखते ही बनता था। इन पगमण्डो के दोनो ओर युवा कार्यकर्ता मावन श्रंखला बना कर चल रहे थे। शोभायात्रा मार्ग पर जगह जगह श्रद्वालु महिला पुरूषो द्वारा महाराज की आरती करके भव्य स्वागत किया गया। शेभायात्रा के नौ मुख्य यजमानो के साथ कई भक्त जन बारी बारी से प्रधान भागवत को सिर पर धारण करके चल रहे थे। इनके पीछे कई श्रद्वालु भक्तजन भक्तिभजन गाते हुये चल रहे थे। शोभायात्रा के दौरान पूरे शहर का वातावरण धर्ममयी नजर आया। इस दौरान शहर के कई स्थानो पर स्वामी जगदीशपुरी महाराज का भव्य स्वागत किया गया। कथा स्थल गीता भवन पहुंचने पर भागवत कथा के सभी नौ यजमानो ने भागवत पूजा करते हुय स्वामी जी का स्वागत किया। स्वागत करने वालो में समिति के अध्यक्ष बिरदी चन्द नुवाल व दानदाता जगदीशस्वरूप मेवाडा व रामकन्या मेवाडा सहित समिति के प्रमुख सदस्य रामनारायण माहेश्वरी, पूरणमल कारिहा,सूरजकिरण साहू,सीमा चौधरी, राकेश शर्मा, रामस्वरूप माहेश्वरी व सुरेन्द्र जोशी शामिल थे। समिति के सचिव रामदेव जेतवाल के अनुसार कथा प्रतिदिन सुबह साढे आठ से साढे च्यारह और दोपहर तीन से साढे पांच बजे तक होगी।
-पीयूष राठी

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