केकड़ी। भारतीय जनता पार्टी की धन संग्रह को लेकर शुक्रवार को एक बैठक आयोजित की गई। यह बैठक राजस्थान प्रदेश भाजपा द्वारा धन संग्रह समिति के केकड़ी प्रभारी किशनगोपाल कोगटा की अध्यक्षता में संपन्न हुई। इस अवसर पर भाजपा कार्यकर्ताओं को कोगटा द्वारा जानकारी दी गई कि आगामी विधानसभा चुनावों में चुनाव लडऩे वाले प्रत्याशी के लिये पार्टी के लिये यह धन संग्रहण किया जा रहा हैं जिससे प्रत्याशी का जुड़ाव जनता से बना रहे और प्रत्याशी भी जनता के लिये जवाबदेह रहे। इस अवसर पर कोगटा ने बताया कि धन संगहण समिति ने प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र से 25 लाख रूपये का संग्रहण करने का लक्ष्य रखा गया हैं। कोगटा अपने साथ ही रसीद बुकें भी लेकर आये जिससे शुक्रवार से ही धन संग्रह का कार्यक्रम शुरू हो गया हैं। इसके साथ ही कोगटा ने इस अवसर पर बताया कि आगामी विधानसभा चुनाव में अजमेर जिले में किसी भी विधानसभा सीट पर बाहरी प्रत्याशी को टिकट नहीं दिया जायेगा क्षेत्रीय प्रत्याशी को ही चुनाव मैदान में उतारा जायेगा,यदि कोई विशेष परिस्थित होती हैं तो प्रदेश स्तर पर इस मुद्दे पर विचार विमर्ष किया जायेगा। गौरतलब हैं कि इन दिनों क्षेत्र में कई बाहरी दावेदारों द्वारा भी भाजपा के टिकट पर केकड़ी विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लडऩे की दावेदारी जताई जा रही हैं जिसका क्षेत्र के सभी दावेदारों व कार्यकर्ताओं में भी रोष हैं। इसके चलते ही भाजपा देहात मण्डल की बैठक में जहां पूर्व में ही यह प्रस्ताव पास किया जा चुका हैं कि बाहरी पैराशूटी प्रत्याशी को बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। वहीं शुक्रवार को हुई बैठक में भी नगर मण्डल व देहात मण्डल अध्याक्षों सहित अन्य कार्यकर्ताओं ने भी इसका विरोध किया और एक स्वर में कहा कि बाहरी प्रत्याशी को किसी भी सूरत में केकड़ी विधानसभा के भाजपा कार्यकर्ता बर्दाश्त नहीं करेंगे। इसके पीछे सभी की भावनाऐं भी जुड़ी हैं कि जहां पिछले काफी समय से जो कार्यकर्ता पार्टी हितों को लेकर क्षेत्र में कार्य कर रहा हैं सही मायने में वही टिकट का हकदार हैं और क्षेत्रीय उम्मीद्वार होने से उसका कार्यकर्ताओं से जुड़ाव भी होगा। इस अवसर पर बैठक में भाजपा मण्डल अध्यक्ष रामनिवास तेली,महामंत्री अनिल राठी,भाजपा नेता शत्रुघ्न गौतम,भूपेन्द्र सिंह शक्तावत,राजेन्द्र विनायका,देहात अध्यक्ष वीरविक्रम सिंह,पारस छाबड़ा,सुरेश सैन,राधेश्याम पोरवाल,राजराजेश्वर व्यास सहित अन्य कई कार्यकर्ता मौजूद थे।
-पीयूष राठी