केकड़ी। लम्बे अर्से से चिकित्सा सुविधाओं का अभाव झेल रहे केकड़ी क्षेत्र के लोगों का सपना अब अति शीघ्र 24 सितम्बर को पूरा होने जा रहा है। साढ़े 32 करोड़ रूपये की लागत से नवनिर्माणाधीन इस अस्पताल भवन का उद्घाटन राज्य के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत 24 सितम्बर को करने आ रहे है। अस्पताल के लिये प्रस्तावित तीन मंजिले विशाल भवन के प्रारूप के मुताबिक मौके पर आवश्यक्ता के मुताबिक आउट डोर व ऑपरेशन थियेटर का निर्माण कार्य करीब-करीब पूरा हो चुका है, हालांकि अभी वार्ड रूम, लेबर रूम व लेबोरेट्री के कार्य में दो तीन माह और लग सकते हैं। उल्लेखनीय है कि गत दो वर्ष पूर्व क्षेत्र के दौरे पर आए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने क्षेत्रीय विधायक व मुख्य सचेतक डा. रघु शर्मा की अनुशंषा पर केकड़ी मुख्यालय पर अस्पताल भवन के लिए 15 करोड़ रूपये स्वीकृत किए थे जिसके एक साल बाद अस्पताल का निर्माण कार्य शुरू हो सका इसी दौरान क्षेत्रीय विधायक डा. रघु शर्मा ने अपने इस ड्रीम प्रोजेक्ट के लिए साढ़े 17 करोड़ रूपये और राज्य सरकार से स्वीकृत करा लिए। लम्बे समय से केकड़ी में नवीन अस्पताल भवन की आवश्यकता महसूस की जा रही थी जिसके लिये क्षेत्र के जनप्रतिनिधि भी प्रयासरत थे। इसी सिलसिले में सन् 2005 में तत्कालीन विधायक गोपाललाल धोबी के प्रयासों से जिला कलक्टर द्वारा अस्पताल भवन निर्माण की प्रस्तावना के अनुरूप अजमेर रोड़ पर केशोलाव तालाब के समीप 33 बीघा जमीन आवंटित की गई। जमीन आवंटन के पश्चात इस दिशा में फिर कोई प्रगति नहीं हो पाई फिर भी लोगों की उम्मीदें लगी रही। आखिरकार मौजूदा विधायक सरकारी मुख्य सचेतक डा. रघु शर्मा की कोशिशें कामयाब हुई और क्षेत्र के नागरिकों का दिवास्वप्न हकीकत में तब्दील हो सका। केकड़ी मुख्यालय पर सभी सुविधाओं से सुसज्जित अस्पताल बनने से क्षेत्र के करीब 350 से भी ज्यादा गांवों के लोगों को लाभ मिल सकेगा।
यह होगा स्वरूप- 100 रोगी शैय्या वाला यह नवीन उप जिला चिकित्सालय भवन विशाल आउटडोर, पर्याप्त कमरों व वार्डों, ब्लड बैंक, अत्याधुनिक ऑपरेशन थियेटर, रेडियोलोजिकल निदान केन्द्र, सोनोग्राफी, एक्सरे, विभिन्न प्रकार की जांचों की सुविधायुक्त लेब सहित आधुनिक चिकित्सा उपकरणों व सभी आवश्यक सुविधाओं से सुसज्जित होगा। इस अस्पताल से केकड़ी उपखण्ड सहित सम्पूर्ण विधानसभा क्षेत्र व परिधि से सटे अन्य सीमावर्ती इलाकों के कुल मिलाकर करीब 350 गांवों के लोग लाभांवित होंगें। वहीं क्षेत्र की महिला रोगियों के लिए भी खुश खबरी यह है कि इस नये अस्पताल भवन के निर्माण के बाद पुराने अस्पताल को महिला चिकित्सालय के रूप में परिवर्तित किये जाने की योजना है।
अब निजात मिलेगी- वर्तमान में केकडी मुख्यालय पर स्थित अस्पताल भवन इतना छोटा है कि 100 रोगी शैय्याओं के इस रैफरल अस्पताल में सभी वार्डों के भीतर कुल-मिलाकर 58 रोगी शैय्या ही लग पा रही है, जिससे मरीजों को चिकित्सा के लिये भटकना पड़ता है। अपर्याप्त स्थान के साथ-साथ सुविधाओं व आधुनिक चिकित्सा तकनीक के लिहाज से भी यह अस्पताल दुर्भाग्यशाली रहा है यहां तक कि छोटे-छोटे मामले भी रैफर कर दिये जाते हैं, जिसके कारण मरीजों को 80 किमी दूर अजमेर या 110 किमी भीलवाड़ा या फिर 135 किमी जयपुर की दौड़ लगानी पड़ रही है। उम्मीद है कि अब केकडी क्षेत्र के लोगों को चिकित्सा के लिये दर- दर भटकने की पीड़ा से निजात मिलेगी।
अब भी संशय- नया अस्पताल भवन बनने के बाद भी लोगों को कुछ सवाल परेशान किए हुए है उसमें मुख्य बात यह है कि केकड़ी मुख्यालय पर स्थित राजकीय अस्पताल की जो हालत पिछले पांच सालों से बनी हुई है क्या यही हालत नए अस्पताल के भी रहेंगे। वर्तमान में केकड़ी अस्पताल में 22 डॉक्टरों के पद है जिनमें में से 12 डॉक्टरों आर्थोपेडिक, शिशु रोग, सर्जन, कनिष्ठ विशेषज्ञ सर्जन, रेडियोलॉजिस्ट, ईएनटी सहित अन्य डॉक्टरों के पद लम्बे अर्से से खाली पड़े है, केवल 10 डॉक्टर ही अपनी सेवाएं दे पा रहे है। लोगों का कहना है कि अगर ये ही हालात रहे तो सुविधा पाने के लिए लोग दुविधा में पड़ जाएंगे वहीं नवनिर्मित अस्पताल शहर से दो किलोमीटर दूर होने के कारण परेशानियां बढ़ा सकता है।

इनका कहना है- लम्बे समय के इंतजार के बाद केकड़ी मुख्यालय पर सभी चिकित्सा सुविधाओं से सुसज्जित विशाल अस्पताल भवन का सपना इस माह की 24 तारीख को साकार होने जा रहा है। मुझे खुशी है कि मेरा ड्रीम प्रोजेक्ट बनकर तैयार हो गया है जो क्षेत्रवासियों को चिकित्सा सुविधाओं का लाभ दे सकेगा तथा मेरे क्षेत्र के लोगों को चिकित्सा सुविधाओं के लिए भटकना नहीं पड़ेगा। इस नवनिर्मित अस्पताल से लोगों को अधिक से अधिक सुविधा मिले इसके लिए हर संभाव प्रयास किए जा रहे हैं।-डा. रघु शर्मा, मुख्य सचेतक
~तिलक माथुर