अजमेर। भारतीय जनता पार्टी के प्रेरणा पुरूष, महान चिन्तक और भारतीय संस्कृति के पोषक पणिडत दीनदयाल उपाध्याय की जयन्ती केा भारतीय जनता पार्टी शहर जिला ने एक महाअभियान के रूप में लेकर 26 सितम्बर को जिले के प्रत्येक बूथ पर जयनित कार्यक्रम आयोजित किए। भारतीय जनसघं के संस्थापक सदस्य पं. दीनदयाल उपाध्याय का जन्म 25 सितम्बर 1916 को जयपुर अजमेर रेलमार्ग पर धनकिया गांव में उनके नाना, स्टेशन मास्टर चुन्नीलाल के घर हुआ था और उनकी स्कूली शिक्षा राजस्थान में ही हुर्इ थी। अपने जीवन में अनेक कठिनार्इयां और विपरीत परिसिथतियां आने के बावजूद भी वे एक मेधावी व होनहार छात्र थे। छात्र जीवन में ही पं. दीनदयाल स्व. सुन्दर सिंह भण्डारी के सम्पर्क में आयें और इसके बाद उन्होंने श्रद्वेय भाऊरावजी देवरस की प्रेरणा से अपना सम्पूर्ण जीवन राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रचारक के रूप में समर्पित कर दिया। वर्ष 1951 में डा. श्यामाप्रसाद मुखर्जी ने जनसंघ की स्थापना की तब से जनसंघ में एक मुख्य आधार के रूप में पं. दीनदयाल ने संगठन को खड़ा किया और डा श्यामाप्रसाद मुखर्जी ने देश को कांगे्रस का मजबूत विकल्प देने का जो सपना देखा था उसे दीनदयाल ने साकार किया। भारतीय जनता पार्टी का मूल दर्शन एकात्म मानववाद भी दीनदयाल की ही देन है। बुधवार को शहर के उŸार और दक्षिण क्षेत्र के आर्दश मंडल, आर्य मंडल, पृथ्वीराज मंडल और बजरंग मंडल के सभी 322 बूथेा पर पं. दीनदयाल की जयनित मनाते हुए पार्टी नेताओ और जनप्रतिनियो ने पंडित उपाध्याय की जीवनी, कार्यशेली और वर्तमान समय में उसकी प्रासंगिकता पर प्रकाश डाला। साथ ही कार्यकर्ताओ को कहा की आने वाले विधानसभा और लोकसभा चुनाव में कांग्रेस का कुशासन खत्म कर भाजपा का सुशासन लाने के लिए नरेन्द्र मोदी और वसुंधरा राजे के नेंतृत्व में भाजपा की सरकार की सरकार बनाने के लिए जी-जान से जुट जाएं।
सभी भाजपार्इ कार्यकर्ताओ ने पं. दीनदयाल के चित्र पर पुष्पांजली अर्पित कर उन्हे नमन किया।