अजमेर। भारतीय जनता पार्टी अजमेर ने देष के गृहमंत्री सुषील कुमार षिंदे द्वारा राज्यों के मुख्यमंत्रियों को भेजे गये पत्र जिसमें उन्होने निर्देष दिये है कि अल्पसंख्यक युवक ऐसा महसूस करते है कि उन्हे बेवजह गलत मंषा से प्रताडित किया जा रहा है इसलिये अल्पसख्यकों की गलत गिरफतारी होती है तो पुलिस अधिकारियों पर कडी कार्यवाही करते हुए इन्हे मुआवजा देकर पुर्नवास की व्यवस्था की जाये? इस पत्र में लिखित भाषा को देष की एकता व अखण्डता के जिये घातक बताते हुए भारत के संविधान के मूल तत्व एक जन एक राष्ट्र के भाव पर आघात बताया है।
भाजपा के जिलाध्यक्ष रासासिंह रावत,विधायक अनिता भदेल,वासुदेव देवनानी,श्रीकिषन सोनगरा,पूर्णाषंकर दषौरा,षिवषकंर हेडा,धर्मेष जैन,प्रो.बी.पी.सारस्वत,वरिष्ठ उपाध्यक्ष अरविन्द यादव,महामंत्री धर्मेन्द्र गहलोत,सोमरत्न आर्य,कैलाष कच्छावा पूर्वसभापति सुरेन्द्र सिेह शेखावत,उपमहापौर अजीतसिंह राठौड,प्रचार मंत्री कवंलप्रकाष किषनानी,युवा मोर्चा अध्यक्ष देवेन्द्र सिंह शेखावत ने कहा कि गृह मंत्री यह भी लिख सकते थे की किसी भी भारतीय नागरिक को बेवजह परेषान नही किया जाये लेकिन चुनावी वर्ष में उन्होने अपने दायित्व के विपरीत तुष्टिकरण की नीति पर चलते हुए आंतकवादियों को प्रेरित व प्रोत्साहित कर देष में विभाजिनकारी प्रवृतियों को बढावा दिया है। यह कांग्रेस की नाकामयाबियों को छुपाने के लिये देष की एकता व सुरक्षा के साथ खिलवाड करने के साथ ही सुरक्षाबलो व पुलिसबल का मनोबल गिराने का भी कृत्य हैै ।
भाजपा ने महामहिम राष्ट्रपति से मांग की है कि गृहमंत्री जिन पर स्वयं देष की कानून व्यवस्था का जिम्मा है को उनके इस राष्ट्रघाती व भारत के संविधान की मूल भावना के विपरीत किये गये आचरण के लिये तत्काल बर्खास्त किया जाये।