अजमेर में पिछले 30 घंटे से जारी बरसात ने जन-जीवन को अस्तव्यस्त कर दिया है। वहीं बारिश निचली बस्तियों मे कहर बन कर परेशानी का सबब बनी। निचली बस्तियों में बरसात की वजह से कई मकान क्षतिग्रस्त हुए। वहीं बाशिदों ने अपनी रात जाग कर गुजारी। गनीमत रही की सोमवार को बारिश ने अपना तांडव नहीं दिखाया बावजुद इसके गुर्जर धरती नाले के पास बने दो मकान धराशाही हो गए।
पीडितो ने बताया की बारिश के चलते उनके सर से छत हट चुकी है अब उन्हें सरकारी मदद और मुआवजे की दरकार है। वहीं कुछ मकान ऐसे भी है जो लगातार बारिश से जरजर हो गए है ओर कभी भी गिर कर जनधन की हानि कर सकते है। इन मकानो में रह रहे परिवार खासे खोफजदा है।
इसी तरह कल्याणीपुरा रैगर मोहल्ला में रहने वाले रामलाल का धर इस बारिश में नेस्तानाबूत हो गया। परिवार के सभी लोग किराए की मकान में शरण लेने को मजबूर हो गए। इन गरीब परिवारो को नगर निगम और सरकार से मुआवजे की अपेक्षा है। बरसात ने सब से ज्यादा शहर की निचली बस्ती जादूगर ,झलकारी नगर ,नोनकरण का आहता और गुर्जर धरती के बाशिंदों को प्रभावित किया है। यहा लगभग 8 कच्चे मकान बरसात के चलते क्षतिग्रस्त हुए है।