अजमेर। शनिवार सुबह 6 बजकर 25 मिनट से 7 बजकर 20 मिनट तक प्रातः कालिन बेला, 7 बजकर 53 मिनट से 9 बजकर 20 मिनट तक शुभ वेला और 11 बजकर 52 मिनट से 12 बजकर 40 मिनट तक अभिजीत मुहूर्त में मां दुर्गा की प्रथम शक्ति शैलपुत्री की पुजा अर्चना के साथ घट स्थापना की गई। शहर के सभी मंदिरों और घरों में घट स्थापना के साथ शारदीय नवरात्रा प्रारंभ हो गये। इस बार नवमीं तिथि क्षय होने से आठ दिनों के नवरात्र है और नवमीं के दिन ही दशहरा पुजन और रावण दहन का आयोजन हेागा।
वहीं नवरात्रा महोत्सव को लेकर बजरंग गढ़ चैराहा स्थित जय अम्बे मंदिर, रामगंज स्थित दुर्गा महाकाली मंदिर, फाॅयसागर रोड स्थित चामुण्डा माता मंदिर सहीत घरों में विधि विधान के साथ घट स्थापना की गयी। जहां आठ दिनो तक माता की भक्ति अराधना के विभिन्न कार्यक्रम आयेाजित किये जाएगें।
वहीं अजमेर नगर निगम के द्वारा मनाये जा रहे दशहरा महेात्सव के अवसर पर शनिवार दोपहर मोईनीया ईस्लामिया स्कूल में मां दुर्गा की मूर्ति की स्थापना मेयर कमल बाकोलिया, सपत्निक व निगम पार्षदो की सदारत में बडे ही भक्ति भाव से की गई। इसी के साथ जवाहर रंगमंच पर रामलीला का मंचन शुरू हो गया। नगर निगम द्वारा इस बार परंपरागत गरबो का आयोजन किया गया है। मोइनिया इस्लामिया स्कूल में आठ दिनों तक अब गरबों की धुम मचेगी। इसके अलावा निगम द्वारा जवाहर रंगमंच पर रामलीला मंचन, पटेल मैंदान में 13 अक्टूबर को रावण दहन और 14 अक्टूबर को भरत मिलाप के साथ महोत्सव का समापन होगा।
शारदीय नवरात्रा के पहले दिन मां दूर्गा की प्रथम शक्ति स्वरूप शैलपुत्री की पूजा अर्चना की गयी। मां के भक्तो ने सुबह से ही घरो में घट स्थापना कर मंदिरों में जा कर मां शैलपुत्री की आराधना की। बहुत से श्रद्धालु भक्तो ने व्रत उपवास रखे तो कई भक्तो ने आठ दिनों के उपवास लेकर मां की भक्ति की। अनेक स्थानो पर गरबे डंाडीया रास के आयेाजन किये जा रहे है। शनिवार को पहले नवरात्रे के दौरान गरबा स्थलो पर मां अम्बे की प्रतिमा स्थपित की गई। जहां शाम 7 बजे से मां दुर्गा की महाआरती कर गरबा रास का शुभारंभ हुआ।
रामगंज गोविन्द नगर दुर्गा महाकाली मन्दिर में नवरात्र महोत्सव के दौरान विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। शनिवार सुबह कावड यात्रा पुष्कर से अजमेर पहुंची और ध्वजारोहण कर 55वें नवरात्री महोतस्व का शुभारम्भ किया गया। इस अवसर पर सेंकडों क्षेत्रिय महिलाओं ने सिर पर कलश धारण कर गाजे बाजों के साथ निकली शोभायात्रा में भाग लेकर धर्मलाभ कमाया। पण्डित त्रिजुनारायण दुर्गापाठी के आचार्यत्व में भक्तों ने बडी श्रद्धा के साथ मां दुर्गा की पूर्जा अर्चना कर उपवास रखे। यहां प्रतिदिन शाम सात बजे से गरबा रास का आयोजन भी किया जा रहा है।
नवरात्र की एकम को बजरंगढ चैराहा स्थित जय अम्बे मंदिर पर मां अम्बे का नयनाभिराम श्रृंगार कर मंदिर को भव्य रोशनीयों से सजाया गया। यहां शनिवार को जय अम्बे नवयुवक सेवा ट्रस्ट के द्वारा मां अम्बे की घट स्थापना की गई। इस अवसर पर ट्रस्ट के संरक्षक राजेश टन्डन, करण सिंह,संदिप गौड, शैलेन्द्र नाथ, सुनील पारीख, सहीत हजारों भक्तों ने दोपहर को हुई स्थापना आरती में भाग लेकर धर्म लाभ कमाया। यहां आठ दिनों तक सुबह शाम मां अम्बे की भव्य आरती के आयोजन होंगे। पुरे आठ दिन तक मां की अखण्ड ज्योत प्रज्जवलित रहेगी।
राजगढ स्थित मसाणिया भेरवधाम पर शारदीय नवरात्र की एकम को धाम के मुख्य उपासक चम्पालाल महाराज ने मां दुर्गा और भेरव की अराधना की बाबा ने मनोकामना स्तम्भ, भेरव मंदिर सहीत मां काली की विधिवत पुजा अर्चना कर मां दुर्गा का आव्हान किया। इस मौके पर विधान सभा अध्यक्ष आरएल मिणा ने बाबा से आशिर्वाद लिया बाबा ने मंदिर में आये सभी भकतों को चमत्कारीक चिमटी भभुत का वितरण किया।
वहीं ईसाई मोहल्ला पहाड़गंज स्थित नगरकोट घाम माता मंदिर पर नवरात्र के दौरान घट स्थापना से पूर्व मां काली के अखाडे के साथ कलश शौभायात्रा निकाली गई। इस शौभायात्रा में बड़ी संख्या में महिलाएं सिर पर कलश धारण कर स्थानिय मार्गो से हो कर नगरकोट घाम पहुंची। जहां पूरे विधि विधान के साथ मंदिर के सेवक अशोक कुमार ने मां शैलपुत्री की पूजा अर्चना की।
नवरात्र स्थापना के साथ शनिवार को शहर में अनेक मन्दिरों से शोभायात्रा भी निकाली गई जिसमें मां काली का अखाडा अपने हैरत अंगेज करतब दिखाता चल रहा था। लक्ष्मण चैक जादुगर में मां दुर्गा की स्थापना कर अलवर गेट पतवारी से शोभायात्रा शुरू हुई जो अलवर गेट होते हुए लक्ष्मण चैक पहुंची। शोभायात्रा में शामिल महिलाएं सर पर मंगल कलश लिए मां की जयजयकार करते हुए मंदिर पहुंची।