ब्रह्मामंदिर बना छावनी दिनभर चला संशय का दौर

mehant2अजमेर। जगतपिता ब्रह्मामंदिर के मंहत की गददी को लेकर चल रहे विवाद का गुरूवार को नाटकिय ढंग से पटाक्षेप हो गया। हालांकि इस मामले में अभी कानूनी लडाई बाकि है लेकिन पुलिस और प्रशासन की मौजूदगी में फिलहाल सोमपूरी के नाम पर ही मोहर लग गई है। वहीं देवस्थान विभाग ने मामले में स्टे दे दिया है। देवस्थान विभाग ने अपने आदेशो में लिखा है कि जब तक मंहत की गददी के मामले में कोई कानूनी निर्णय नही आता तब तक यथा स्थिति बनाई रखी जाए।
मंहत की गददी को लेकर चल रहा विवाद गुरूवार को पुरे योवन पर चढ गया। पुलिस और प्रशासन को जैसे ही पता चला की ट्रस्ट द्वारा धोषित किए गए स्वयंभू मंहत शिवज्योतिषानंद अपने समर्थको के साथ ब्रह्मामंदिर आ रहे है। तब से ही पुुलिस और प्रशासन ने मोर्चा संभाल लिया। ब्रह्मामंदिर सहित पुरे कसबे में धारा 144 लागु कर दी गई। बीति रात ही टास्क फोर्स का अतिरिक्त जापता मंगवा लिया। गुरूवार को अतिरिक्त पुलिस अधिक्षक ग्रामीण कालूराम रावत, सीओ ग्रामीण प्रीति चैधरी और उपखण्ड अधिकारी राष्ट्रदीप यादव ने मोर्चा संभाल लिया। सीविल पुलिस के साथ भारी मात्रा में महिला पुलिस जापता भी तैनात किया गया। इस दौरान पुष्कर की धर्मशालाआंे और होटलो के साथ पुष्कर में प्रवेश करने वाले सभी वाहनों की सघन तलाशी ली गई।
mehan1ट्रस्ट द्वारा धोषित शिवज्योतिषानन्द जी महाराज जैसे ही पुष्कर सीमा में प्रवेश करने लगे ग्रामीण पुलिस उपअधिक्षक कालूराम रावत ने उनसे समझाइश की, की किसी भी हालत में कानून व्यवस्था को अपने हाथ मे ना ले। पुलिस ने वर्तमान मंहत और शिवज्योतिषानन्द दोनो को ही पाबंद कर दिया। वार्ता के बाद शिवज्योतिषानन्द अपने सर्मथको के साथ गऊ घाट पहुंचे जहा पर पुजा अर्चना के बाद ब्रह्मामंदिर के लिए रवाना हो गए। ब्रह्मामंदिर के बाहर एक बार फिर अधिकारीयो ने शिवज्योतिषानन्द जी महाराज को समझाया।
कुछ लोगो के साथ जाने की अनुमति पुलिस और प्रशासन ने शिवज्योतिषानन्द जी महाराज को दी। शिवज्योतिषानन्द जी महाराज अन्दर जाकर ब्रह्मा जी के दर्शन करना चाहते थे लेकिन वर्तमान महंत के अनुसार ताले बंद कर दिए गए। इसके बाद शिवज्योतिषानन्द जी महाराज मंहत की गददी की ओर जाने लगे तो पुलिस ने रोक दिया। इस पर वे वही पर आसन लगा कर बैठ गए। पुलिस और प्रशासन लगातार समझाइश करते रहे। इस दौरान सीआई महिपाल चैधरी की शिवज्योतिषानन्द जी महाराज के चेले से झडप हो गई। माहोल बिगडता देख पुलिस ने पूरा मंदिर परीसर खाली करवा लिया। बार बार मिन्नते करने के बाद जब शिवज्योतिषानन्द जी महाराज नहीं माने तो पुलिस उन्हे हिरासत में लेकर अज्ञात स्थल की ओर चली गई। इस दौरान उनके समर्थको ने पुलिस और प्रशासन के विरूद्ध जमकर नारेबाजी की लेकिन पुलिस पर इसका कोई असर नहीं पडा। दूसरी तरफ पुलिस ने बूढा पुष्कर में समझाइश के बाद शिवज्योतिषानन्द जी महाराज को उनके आश्रम छोड दिया।
इसके बाद जो कुछ हुआ उसकी शायद किसी ने कल्पना भी नहीं कि। लम्बे समय से ब्रह्मामंदिर ट्रस्ट की मालकिन बनी मधू कंवर शेखावत के विरूद्ध स्थानिय लोगो का गुस्सा फूट पड़ा। स्थानिय महिला पुरूषो ने पुलिस की मोजूदगी में धक्के देकर मधू कंवर को मंदिर परिसर से बाहर कर दिया। पुलिस ने भी मामले की नजाकत को भांपते हुए मधू कंवर को उनके बताए गए स्थान के लिए रवाना कर दिया।

3 thoughts on “ब्रह्मामंदिर बना छावनी दिनभर चला संशय का दौर”

  1. आखिर ये तो होन हि था बकरे कि मा कब तक खेर मनाति ,इस पुरे प्रकरन मे पुश्कर सि आइ महिपाल चोधरी कि भुमिका खास तोर से प्रसन्सा करने वालि है

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