अजमेर। जिला अदालत के सामने से गुजर रहे मार्ग पर स्पीड ब्रेकर की मांग कर रहे वकीलों ने शुक्रवार को पूर्व घोषित कार्यक्रम के मुताबिक रास्ता जाम कर विरोध प्रदर्शन किया। काफी देरतक चले हंगामे के बाद मामला प्रशासन की समझाइश के बाद शांत हुआ। अजमेर जिला सत्र न्यायलय के सामने हादसों की बढती संख्या के बाद स्पीड ब्रेकर का निर्माण किया गया था लेकिन बाद में राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी की यात्रा के समय इसे हटा दिया गया। तभी से वकील स्पीड ब्रेकर को वापस बनाए जाने की मांग कर रहे थे। इस मांग पर प्रशासन द्वारा गंभीर रुख नहीं अपनाए जाने से नाराज वकीलों ने आज कोर्ट परिसर के बाहर हंगामा खडा कर दिया। नाराज वकीलों ने कोर्ट परिसर के बाहर रास्ता जाम कर दिया जिस से सड़क के दोनों और वाहनों की लम्बी कतारे लग गई।
रास्ता जाम किये जाने की सुचना मिलते ही हरकत में आये प्रशासन ने सहायक कलेक्टर गजेन्द्र सिंह को मौके पर भेजा। समझाइश के बाद वकीलों ने अपना आन्दोलन वापस लेने की घोषणा की।
वकीलों ने आरोप लगाया है की प्रशासन जायज मांगो पर भी संवेदनशीलता के साथ निर्णय नहीं लेता है। वकीलों का कहना था की प्रशासन की उदासीनता की वजह से ही आज लोगो को परेशानी का सामना करना पड़ा है।