अजमेर। बुरार्इ पर अच्छार्इ की जीत का पर्व विजयदशमी देश सहीत शहर भर में उल्लास और उत्साह से मनाया गया। बुरार्इ के प्रतीक रावण के पुतले को फूंक कर अच्छार्इ की राह पर चलने का संकल्प लिया। हर वर्ष की तरह अजमेर में मुख्य समारोह नगर निगम की ओर से पटेल मैदान में आयोजित किया गया। यहां 65 फुट के विशालकाय रावण और 45-45 फुट के कुंभकरण और मेघनाथ के पुतलो का दहन किया गया। इस नजारे को देखने पटेल मैदान में हजारो लोग जमा हो गये। वहीं बडी संख्या में जनप्रतिनिधीं, नेतागण और प्रशासनिक अधिकारी भी मौजुद रहे।
अधर्म पर धर्म की विजय, बुरार्इ पर अच्छार्इ की जीत के पर्व दशहरे पर पटेल मैदान में अहंकार का प्रतीक बने रावण, मेघनाथ और कुंभकरण के पुतले हजारो लोगो की आंखाें के सामने मिनटो में जलकर राख हो गये। शाम ढलते ही भगवान श्रीराम की शोभायात्रा गाजे बाजे के साथ पटेल मैदान में पहुंची। जहां भगवान श्री राम और अंहकारी रावण के बीच प्रतीकात्मक युद्ध हुआ। रावण के भार्इ विभिषण के इशारे पर श्रीराम ने रावण की नांभी में तीर चलाया। जैसे ही तीर रावण की नाभी में लगा वैसे ही रावण के पुतले में से आकर्षक रोशनीयां निकलनी शुरू हो गर्इ। पुतले ने मुख से अंगारे उगले और अटहास करते हुए हाथ की तलवार लहरार्इ। रावण के पुतले ने जलने से पहले अपनी आंखे भी टिमटिमार्इ और फिर देखते ही देखते रावण धराशार्इ हो गया। उसके साथ ही बुरार्इ के प्रतीक रावण के साथ-साथ साथी कुभंकरण और मेघनाथ भी जलकर राख हो गये।……..
पटेल मैदान में अजमेर की जनता शाम से ही पहुंचना शुरू हो गर्इ। हजारो लोगो की भीड को देखते हुए जिला प्रशासन ने सुरक्षा के पुख्ता बंदोबस्त किये थे। पटेल मैदान की ओर आने और जाने के रास्तो को एक तरफा कर यातायात पुलिस ने व्यवस्था बनाये रखी। वहीं हजारो लोगो की भीड को नियंत्रित करने के लिए पटेल मैदान में बैरीकेटिंग लगार्इ गर्इ जिन पर तैनात पुलिसकर्मी किसी भी अव्यवस्था से निबटने के लिए पूरी तरह मुस्तैद थे। पटेल मैदान के सभी प्रवेश द्वारो पर महिला और पुरूष पुलिस का जाप्ता तैनात किया गया था। वहीं फायर बि्रगेड, एंबुलेंस को भी आपात सिथत के लिए तैयार रखा गया।