पुष्कर मेले की तैयारीयो को लगा ग्रहण

pushkar meleअजमेर। अन्र्तराष्ट्रीय कार्तिक मेले को लेकर प्रशासन की दर्जनो बैठके हो चुकी है, लेकिन धरातल पर अभी भी कुछ ऐसा नजर नहीं आ रहा है जिससे लगे की पुष्कर मेले को लेकर कोई ठोस तैयारीया चल रही है। अब जब प्रशासन और पालिका के पास बजट ही नही है तो कैसे कार्तिक मेला भरेगा और कैसे तैयारीयो को अन्तिम रूप दिया जाएगा। अपने आप में बहुत बडा सवाल है। जहां एक और राज्य सरकार की ओर से स्वीकृत 50 लाख रूपये का बजट अभी तक नही मिला है वही दूसरी ओर प्रशासन ने भी अतिरिक्त बजट देने से इन्कार कर दिया हैं। ऐसे में यही कयास लगाए जा रहे कि हमेशा की तरह चन्दा इक्ठठा कर पुष्कर मेला भरवाया जाएगा। राज्य के बडे पशु मेलेा में गिने जाने वाले पुष्कर मेले में पशुओ के लिए अभी तक तैयारीयो तक शुरू नही हुई है। जहंा पशु मेला भरता है उस रेगिस्तान में जगह जगह झाडियां खडी है। पेयजल, बिजली और घास की कोई व्यवस्था नही है। वहीं दुसरी और श्रृद्धालुओ के लिए बनाई गई विश्राम स्थलियां असामाजिक तत्वो का अड्डा बन चुकी है। वैकल्पिक मेला बस स्टेण्ड पर कोई व्यवस्था नही है। सड़के या तो टूटी हुई है या फिर आनन फानन में पैचवर्क के काम चल रहे है। कस्बे के मुख्य मार्गो पर अतिक्रमण प्रशासन को मुंह चिढा रहे है। प्रतिबंध के बावजूद सरोवर पर खाद्य सामग्री बेची जा रही है। सरोवर किनारे डुबते हुए को बचाने के लिए कोई व्यवस्था नही है। जनप्रतिनिधि और प्रशासन भी आचार सहितां के पैच में फंसे हुए है। आचार संहिता के चलते विकास प्रदर्शनी सहित सभी सरकारी कार्यक्रम इस बार नही होंगे। प्रशासन के आला अफसर भी चुनावी तैयारीयांे के चलते पुष्कर मेले के लिए ज्यादा समय नही निकाल रहे है। ऐसे में धार्मिक और अन्र्तराष्ट्रीय कार्तिक मेला इस बार ओपचारिक ही रहेगा। ऐसी आशंका लगाई जा रही है।

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