राष्ट्रीय और अन्र्तराष्ट्रीय प्रतिभाओ का सम्मान

samman01अजमेर। धार्मिक नगरी पुष्कर में रविवार को एक ऐसा समागम हुआ जिसमें भारत की धर्मनिरपेक्ष छवि देखने को मिली। एक निजी फार्म हाउस में आयोजित पुष्कर महोत्सव कार्यक्रम में प्रेमावतार समागम की सरिता बही। कार्यक्रम में हिन्दू, मूसिलम, सिख, र्इसार्इ, बोद्ध, जैन और पारसी धर्म के धर्म गुरूओ ने अपने अपने धर्म की विशेषताएं बतार्इ। सभी धर्म के अनुयाइयो ने एक बात स्पष्ट रूप से कही की भगवान एक है उनके रूप अलग अलग हो सकते है। इस अवसर पर सिख समाज के रागी जत्थे ने शबद किर्तन का ऐसा समा बांधा जिसमें सभी लोग भकित रस में डूब गए। इस मौके पर पुष्कर की उन प्रतिभाओं को सम्मानित किया गया जिन्होने किसी ना किसी क्षेत्र मे राष्ट्रीय और अन्र्तराष्ट्रीय स्तर पर पुष्कर का गौरव बढाया है। कालबेलिया प्रजाति की नृत्यांगना गुलाबो को इस मौके पर विशेष रूप से सम्मानित किया गया। गुलाबो ने बताया की अपनी मातृभूमि पर सम्मानित होने से बडी कोर्इ गौरव की बात नही हेा सकती। गुलाबो के अनुसार उसने अपनी कला के लोहे से 165 देशो में भारत का डंका बजाया है। कार्यक्रम की जानकारी देते हुए संयोजक रविकांत शर्मा ने बताया की इस कार्यक्रम में राजस्थानी फाक, सुफी और फ्यूजन नृत्य की प्रस्तुति दी जाएगीं। गौरतलब है कि यह कार्यक्रम पुष्कर के समाजसेवी धर्मप्रकाश शर्मा अपने माता पिता की स्मृति में आयोजित कर रहे है।

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