धनतेरस पर बाज़ारों में हुई धन वर्षा

dhanteras01अजमेर। दीपो का पर्व दिपावली धनतेरस यानि शुक्रवार को सुबह 6.40 से 8.04 मिनट तक चर चैघडि़या और 8.04 से 10.50 मिनट तक लाभ अमृत चैघडि़या वही मध्याहन 12 बज कर 11 मिनट से 1 बज कर 34 मिनट तक शुभ का चैघडि़या रहा। जिसमें शहरवासीयों ने वाहन, सोना चांदी और जमीन और मकानो की खरीद फरोख्त की। दीपो के त्यौहार दीपावली के लिए शुक्रवार धनतैरस से बाजार गुलजार हो गए। इसी के साथ हिन्दू धर्म के सबसे बडे त्यौहार दिपावली की पांच दिनो तक धूम रहेगी।
हांलाकि बढती मंहगाई और भ्रष्टाचार से त्रस्त आमजनता में धनधान्य के साथ मनाये जाने वाले इस पर्व के लिए उतना उत्साह नजर नही आ रहा है। लेकिन परंपराओ के र्निवहन के लिए पर्वो को मनाना भी जरूरी है। लिहाजा शुक्रवार को धनतेरस पर खरीददारी के मुर्हुत के मुताबिक लोगो ने सोने चांदी के आभूषण, सिक्के, बर्तन, इलेक्ट्रोनिक आईटम, दुपहिया, चैपहिया वाहन, फर्नीचर, रेडीमेट गार्मेंट्स सजावटी सामान, ड्राई फूड और मिठाई सहित नए बर्तनों की जमकर खरीददारी की।
इस बार दिपावली पर दुपहिया और चैपहिया वाहनो की बिक्री के अलावा इलेक्ट्रोनिक्स आईटम जिनमें एलसीडी, माईक्रोवेव ओवन, इलेक्ट्रोनिक चिमनी और केमरों की खरीददारी ज्यादा रही।
धनतेरस पर सोने चांदी के आभूषण, हीरे जवाहरात खरीदना शुभ माना जाता है। लिहाजा शहर में सर्राफा बाजार यानि नया बाजार में सिल्वर गोल्ड और डायमंड ज्वैलरी की जमकर खरीददारी हुई। साथ ही दिपावली पूजन के लिए महालक्ष्मी गणेश की चांदी की मूर्तियां, चांदी के नारियल, ट्रे, चांदी के नोट और सिक्को की बिक्री का जबरदस्त जोर रहा। वहीं बैंक और डाकघर में सोने के सिक्के खरीदने के लिए भी काफी संख्या में लोग पहंुचे।
dhanteras02धनतेरस पर कोई भी नया बर्तन खरीदने का शगुन होता है इसी के मुताबिक लोगो ने स्टील के डीनर सेट, नाॅन स्टीक तवे, पूजा की थाली, तांबे और पंच धातु के लोटे व बर्तनो के गिफ्ट सेट्स की जमकर खरीददारी की। वहीं बडे बर्तन भी बहुतायत में बिके। खास तौर पर मेटलिक कलर बर्तनो ने ग्राहको को खूब लुभाया।
दिपावली पर नकली मावे की मार ने ग्राहको को सोचने पर मजबूर कर दिया कि उन्हें कौनसी मिठाई खरीदनी है इसी को देखते हुए ड्राई फ्रूट और ड्राई फ्रूट से बनी मिठाईयां ज्यादा बिक रही है। मिठाईयो में मूंग की बर्फी, काजू कतली, मक्खन बडा, सोन पपडी, मैसूर पाक, दही कडी, जैसी मिठाईयो की बिक्री ज्यादा हो रही है।
दिपावली का त्योहार पटाखो के बगैर अधूरा सा रहता है। हालांकि पटाखों से पर्यावरण प्रदूषण अधिकतम होता है फिर भी लोग शगुन के लिए आतिशबाजी तो करते ही है। इस बार शहर में पटाखांे की दुकाने पहले की तादाद में कुछ कम लगी है। लेकिन चाईनिज पटाखो का बाजार भारतीय पटाखो पर हावी है।
दिपावली के पर्व पर नये वस्त्र, नये वाहन, नये सामान का घर में आना शुभ माना जाता है इसलिए बच्चो से लेकर बडो तक के नये कपडो की खरीददारी का बाजार पूरी तरह से गर्म है। हल्की-हल्की सर्दी दस्तक दे रही हैं। इसी केा देखते हुए बाजारो में वूलन के केजुअल और आउटफिट, बच्चो के फेंसी कपडे, बडो के लिए सूट लेंथ और सफारी की बिक्री जोरदार हो रही है। ब्रांडेड कंपनियो के आउटलेट्स पर फेस्टीवल आॅफर के चलते ग्राहको की भीड जमा है।
दिपावली पर महालक्ष्मी का पूजन बडी श्रद्धा भाव से किया जाता है। इसी को देखते हुए बाजार में पूजन की सामग्री, खील पताखे, लक्ष्मी गणेश के पाने, दीये मोमबत्ती और इलेक्ट्रोनिक लडीयो की बिक्री जोरो पर है। शहर के मुख्य बाजारो में फुटपाथ पर पूजन सामग्री की बिक्री हो रही है। घरो को सजाने के लिए देवी देवताओं के पोस्टर सहित अपने पंसददीदा स्टार के पोस्टर भी लोग खूब खरीद रहे है।
आगरा गेट स्थित प्राचीन गणेश मंदिर पर नए वाहन खरीदने वाले लोगो ने प्रथम पूज्य गणेश के समक्ष अपने वाहन का पूजन करा कर सुख समृद्धी की प्रार्थना की। मंदिर के पूजारी पंडित घनश्याम आचार्य ने बताया की धनतैरस के शुभ मुहुर्त पर सुबह से ही दूपहिया और चोपाहीया वाहनो की पूजा का दौर चल रहा है। आज के दिन किसी भी नई वस्तु की खरीददारी किया जाना शुभ माना जाता है।

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