अजमेर। अन्तर्राष्ट्रीय कार्तिक मेले के दुसरे दिन मेला मैदान में विदेशी पर्यटको को आर्कषित करने के लिए परम्परागत खेलकूद प्रतियोगिताओ का आयोजन किया गया। मेला मैदान में आयोजित सतोलिया मैच में देशी खिलाडियो ने अपनी महारथ सिद्ध करते हुए फिरंगीयो पर एकतरफा जीत दर्ज की। लगभग आधा घंटे तक चली इस प्रतियोगिता में नौ नौ देशी विदेशी खिलाडियो ने भाग लिया। जिसमेें स्थानिय खिलाडियो ने विदेशीयो को 5-0 से पराजित किया। हालांकि ग्रामिण परिवेश की प्रतियोगिताओं के नियमों और बारिकीयों के बारे में अनभिज्ञ होने के बावजुद विदेशीयों ने खेल का जमकर आनन्द लिया। विदेशी खिलाडियों ने बताया कि उनके लिए यह एक अलग अनुभव था जिसको वे कभी नहीं भुला पायेगे।
इसी तरह रेगिस्तान का जहाज कहे जाने वाले ऊंट को कौन कितनी अच्छी तरीके से सजा और संवार सकता है इसके लिए भी ऊंट श्रृंगार प्रतियोगिता का आयोजन हुआ जो निर्णायको के निर्णय के चलते विवाद की भेंट चढ गया। लम्बे समय से प्रथम पुरस्कार जीतने वाले अशोक टांक ने प्रतियोगिता में भाग लेने के बावजूद गलत निर्णयो के चलते अपने आप को प्रतियोगिता से बाहर कर लिया। वहीं गनाहेडा के उगमाराम को प्रथम, चावण्डियां के रमेश को द्वितीय और हनुमानगढ के साजन को तृतीय विजेता घोषित किया गया।
इसी कडी में लंगडी टांग दौड़ प्रतियोगिता आयोजित कि गई जिसमें भी स्थानिय खिलाडियो ने बाजी मारते हुए सभी पहले तीन स्थानो पर जीत दर्ज की। उत्कृष्ठ प्रर्दशन करने वाले खिलाडियो को स्मृति चिन्ह और प्रमाण पत्र से नवाजा गया।
इससे पुर्व धार्मिक नगरी पुष्कर के अन्तर्राष्ट्रीय कार्तिक मेले में रविवार शाम गोपाष्टमी के अवसर पर श्री ब्रह्म पुष्कर तीर्थ पुरोहित संघ के तत्वावधान में विशाल अन्नकुट महोत्सव और महाआरती का आयोजन हुआ। मेले के शुभारम्भ पर नगर पालिका प्रशासन की और से सरोवर के 52 घाटों पर दीपदान का अद्भुत नजारा देखने देशी विदेशी पर्यटकों की भीड उमड पडी। इस मौके पर ब्रह्म घाट पर पुष्कर राज की विशेष पुजा अर्चना और दुग्दाभिषेक कर तीर्थ यात्रियों और विद्यर्थियों ने दीपदान किया। 52 घाटो पर सजाए गए दीपको से नजारा देखते ही बनता था। तीर्थ गुरू पुष्कर पुरोहित संघ ट्रस्ट के तत्वाधान में 56 भोग की झांकी सजाई गई और 1 हजार किलो कदम्ब भोग का प्रसाद वितरित किया गया। स्कूली छात्राओ ने 56 भोग की झांकी के सामने मनमोहक रंगोलियां बनाकर सभी को आर्कषित किया।