अमेरिका को बराक ओबामा के तौर पर दोबारा राष्ट्रपति मिलने के साथ ही भारत की उम्मीदें भी उनसे बढ़ गई है। एक बार फिर अगले चार सालों के लिए अमेरिका की सत्ता बराक ओबामा के हाथों में आ गई है। ओबामा की जीत को भारत के लिए बेहद खास माना जा रहा है। भारत के उद्योग जगत ने ओबामा की जीत पर खुशी जाहिर करते हुए अपनी उम्मीदों को पिटारा भी ओबामा के सामने खोल दिया है।
गोदरेज ग्रुप के चेयरमैन आदी गोदरेज ने कहा कि ओबामा के जीत से भारतीय उद्योग को भी काफी फायदा मिलेगा। लेकिन आउटसोर्सिग को लेकर अभी भी कयास बने हुए हैं। ओबामा की जीत के बाद भारतीय शेयर बाजार में भी तेजी देखने को मिली है। बुधवार को सेंसेक्स में 32 अंकों की तेजी दिखाई दी। दोनों देशों के बीच व्यापारिक संबंध काफी मजबूत है और आने वाले समय में ये रिश्ते और तगड़े होंगे।
भारती ग्रुप के चेयरमैन सुनील भारती मित्तल ने कहा कि अगर ऐसा ही होता रहा तो भारत और अमेरिका दोनों ही विकास की राह पर चलते रहेंगे। हालांकि उन्होंने भी आउटसोर्सिग के मुद्दे पर कहा कि भारत को कभी भी आउटसोर्सिग से कोई फर्क नहीं पड़ा है। अमेरिका के बाजारों में भारत के आईटी उद्योग का एक महत्वपूर्ण योगदान है।