राजधानी में बुधवार से नए सर्किल रेट लागू हो जाने से संपत्ति खरीदना महंगा हो जाएगा। दिल्ली मंत्रिमंडल द्वारा पिछले महीने शहर के सर्किल रेट में 22 से 200 प्रतिशत तक की वृद्धि किए जाने के फैसले को अमल में लाने की अधिसूचना मंगलवार को जारी कर दी गई।
मंत्रिमंडल के फैसले के अनुसार ए श्रेणी की कॉलोनियों के सर्किल रेट में 200 प्रतिशत, बी श्रेणी के कॉलोनियों की दरों में 50 प्रतिशत तथा सी, डी, ई, एफ, जी तथा एच श्रेणी के सर्किल रेट में करीब 22 प्रतिशत तक वृद्धि की गई है।
आपको बता दें कि सर्किल रेट पिछले वर्ष, 2011 में दो बार बढ़ाए गए। फरवरी में 100 प्रतिशत तक तथा नवंबर में 250 प्रतिशत तक। दिल्ली मंत्रिमंडल ने ए श्रेणी में आने वाली दिल्ली की अत्यंत पॉश कालोनियों के सर्किल रेट में 250 फीसदी की बढ़ोतरी की घोषणा की थी।
इसके अलावा बी, सी तथा डी श्रेणी में आने वाली कालोनियों के सर्किल रेट में 100 फीसदी, ई श्रेणी में 20 फीसदी तथा एच श्रेणी की कालोनियों के सर्किल रेट में 15 फीसदी की वृद्धि करने का फैसला किया गया था। राजधानी में पहली बार वर्ष 2007 में सर्किल रेट लागू किए गए थे।
दिल्ली सरकार के मंडलायुक्त धर्मपाल ने शहर में बुधवार से नए सर्किल रेट को लागू किए जाने की पुष्टि करते हुए कहा कि इस वृद्धि से सरकार को चालू वित्त वर्ष 2012-13 में करीब तीन सौ करोड़ रुपये की अतिरिक्त आय का अनुमान है। इस वित्त वर्ष की समाप्ति तक सरकारी खजाने में स्टाम्प ड्यूटी से 2300 करोड़ रुपये की आमदनी अनुमानित है।
सर्किल रेट की नई दरें
श्रेणी दरें [प्रति वर्ग मीटर रुपये में]
ए – 6,45000
बी – 2,04600
सी – 1,33,224
डी – 1,04,384
ई – 58,365
एफ – 47,140
जी – 38,442
एच – 19361
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