देश के सेवा क्षेत्र में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश [एफडीआइ] अप्रैल से अक्टूबर की अवधि में पांच फीसद बढ़ा है। इस अवधि में सेवा क्षेत्र में कुल 201 अरब रुपये [3.6 अरब डॉलर] का निवेश हुआ।
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक पिछले साल इस अवधि में 187 अरब रुपये [3.42 अरब डॉलर] का निवेश हुआ था। चालू वित्त वर्ष के पहले सात माह में कुछ एफडीआइ 27 फीसद घटकर 14.78 अरब डॉलर रह गया। पिछले साल की समान अवधि में यह निवेश 20.29 अरब डॉलर रहा था। वित्त वर्ष 2011-12 में सेवा क्षेत्र में विदेशी निवेश देश के कुल एफडीआइ का 50 फीसद रहा। बीते साल इस क्षेत्र में कुल 5.21 अरब डॉलर का एफडीआइ आया, जबकि वित्त वर्ष 2010-11 में यह निवेश 3.29 अरब डॉलर रहा था।
चालू वर्ष के शुरुआती सात माह में पर्यटन क्षेत्र में 3.11 अरब डॉलर, धातु क्षेत्र में 1.21 अरब डॉलर, विनिर्माण क्षेत्र में 69.1 अरब डॉलर और ऑटोमोबाइल क्षेत्र में 74.3 अरब डॉलर का विदेशी निवेश हुआ। सबसे ज्यादा एफडीआइ मॉरीशस से 6.75 अरब डॉलर, जापान से 1.52 अरब डॉलर, सिंगापुर से 1.24 अरब डॉलर, नीदरलैंड से 1.05 अरब डॉलर और ब्रिटेन से 61.1 करोड़ डॉलर का एफडीआइ हासिल हुआ।