माल्या ने किंगफिशर के कर्मचारियों को पत्र लिखकर भरोसा दिलाया

किंगफिशर एयरलाइंस के चेयरमैन विजय माल्या ने अपनी चुप्पी तोड़ते हुए कर्मचारियों को एक पत्र लिखकर कहा है कि कंपनी को चलाने के लिए हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं।

महीनों से वेतन न मिलने के कारण नाराज किंगफिशर कर्मियों ने एयरलाइन को बंद कराने के लिए कोर्ट का दरवाजा खटखटाने की धमकी दी है। माल्या का का पत्र उसी संदर्भ में देखा जा रहा है। साथ ही माल्या ने कर्मचारियों से मीडिया के साथ बातचीत में सतर्क रहने को कहा है। उन्होंने मीडिया पर कंपनी के खिलाफ अनर्गल खबरें देने का आरोप लगाया है।

किंगफिशर एयरलाइंस के कर्मचारियों ने चेतावनी देते हुए कहा था कि अगर प्रबंधन कंपनी को पटरी पर लाने की योजना को उनके साथ साझा नहीं करता है तो वे कंपनी कानून के तहत विमानन इकाई को बंद करने की याचिका अदालत में दायर करेंगे। कर्मचारियों को पिछले आठ महीने से वेतन नहीं मिला है।

माल्या ने पत्र में अपने कर्मचारियों से कहा है, हमने डीजीसीए को कंपनी फिर से शुरू करने के बारे में विस्तृत योजना दी है, जो दो भागों में है। पहले हिस्से में सीमित संख्या में सात विमानों को परिचालन शुरू करने की योजना का जिक्र है, जिसे चार महीने में बढ़ाकर 21 तक किया जाएगा। दूसरे भाग में विमानन कंपनी को पूरी तरह से परिचालन में लाने की योजना है। इसके तहत पुनर्पूंजीकरण के 12 महीने के भीतर विमानों के परिचालन की संख्या बढ़ाकर 57 किया जाएगा।

पत्र में हालांकि कर्मचारियों का बकाया वेतन देने के बारे में कोई जिक्र नहीं हैं। लेकिन इसमें कहा गया है कि दोनों योजनाओं में वित्तपोषण समेत कर्मचारियों का बकाया वेतन के भुगतान समेत विस्तृत जानकारी दी गई है। किंगफिशर अपने कर्मचारियों को पिछले साल मई से भुगतान नहीं किया है।

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