वेतन का बोझ घटाने के लिए सरकारी दूरसंचार कंपनी बीएसएनएल चाहती है कि एक लाख कर्मचारी कंपनी छोड़ें, जिन्हें वह स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति की पेशकश करना चाहती है। कंपनी की करीब 48 फीसदी आय वेतन पर खर्च होती है। कंपनी के एक शीर्ष अधिकारी ने कहा, बीएसएनएल की जितनी जरूरत है, यहां उससे करीब एक लाख कर्मचारी अधिक हैं और कंपनी चाहती है कि वे स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति लें। उन्होंने कहा कि स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति योजना (वीआरएस) का प्रस्ताव सरकार के पास है और इसे इन लोगों को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है। उन्होंने कहा, यदि ये लोग वीआरएस का विकल्प चुनते हैं, तो कंपनी पर वेतन का बोझ 10 से 15 फीसदी कम होगा। बीएसएनएल का मुनाफा 2004-05 से लगातार गिर रहा है। वित्तवर्ष 2010-11 के दौरान बीएसएनएल का नुकसान बढ़कर 6,384 करोड़ रुपये हो गया, जो मुख्य तौर पर वेतन पर ज्यादा व्यय और 3जी और बीडब्ल्यूए स्पेक्ट्रम के लिए खरीद के संबंध में सार्वजनिक उपक्रम के व्यय के कारण हुआ।
