नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। पेट्रोल और डीजल की कीमतों में एक और बढ़ोतरी के लिए तैयार रहिए। सरकारी तेल कंपनियां इसी हफ्ते पेट्रोल में एक रुपये और डीजल में पचास पैसे प्रति लीटर की वृद्धि करने का मन बना चुकी हैं। यह दीगर है कि बजट सत्र की तैयारियों में जुटी सरकार कंपनियों को इसकी इजाजत देती है या नहीं। देश की दिग्गज तेल कंपनी इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन के चेयरमैन आरएस बुटोला ने इस बारे में कहा, हम दो दिन बाद पेट्रोल की कीमतों को तय करने पर फैसला करेंगे।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम लगातार बढ़ रहे हैं और अभी पेट्रोल घाटे पर बेचा जा रहा है। ऐसे में इसकी कीमत बढ़ने की संभावना है। वैसे, अंतिम फैसला 15 फरवरी को ही होगा। माना जा रहा है कि तेल कंपनियां पेट्रोल की कीमत में एक रुपये प्रति लीटर की वृद्धि कर सकती हैं। पेट्रोल के अलावा डीजल की खुदरा कीमत में भी वृद्धि के आसार हैं।
सरकार ने हाल ही में तेल कंपनियों को डीजल की कीमत हर महीने पचास पैसे बढ़ाने की इजाजत दे दी थी। इस हिसाब से तेल कंपनियां डीजल को भी 50 पैसे प्रति लीटर महंगा करने का फैसला कर सकती हैं। इस बारे में बुटोला का कहना है, निश्चित तौर पर डीजल की कीमत में हम निर्धारित फार्मूले के मुताबिक बदलाव करने पर विचार करेंगे। लेकिन यह कब और कितना होगा, अभी नहीं कहा जा सकता।
उन्होंने बताया कि तेल कंपनियां इस समय डीजल पर 9.22 रुपये और केरोसिन पर 31.60 रुपये प्रति लीटर का घाटा उठा रही हैं। कंपनियों को सब्सिडी वाली रसोई गैस पर प्रति सिलेंडर 481.03 रुपये का नुकसान हो रहा है। इस वजह से तेल कंपनियों को रोजाना 400 करोड़ रुपये का घाटा हो रहा है।