बेहतरीन कदम
बीमा कंपनियां उठा सकती हैं बैंकों के विशाल नेटवर्क का फायदा
बैंक एक से ज्यादा कंपनी के उत्पाद रखें तो ग्राहकों को मिलेगा विकल्प
लेकिन करों में रियायत नहीं मिलने पर बीमा उद्योग ने जताई निराशा
वर्ष 2013-14 के आम बजट में बैंकों के जरिए बीमा के विस्तार (बैंकाश्योरेंस) के प्रावधान का बीमा उद्योग ने स्वागत किया है। उनका कहना है कि इससे बीमा की पहुंच बढ़ाने में मदद मिलेगी।
टाटा एआईजी जनरल इनश्योरेंस के सीएफओ मिरनजीत मुखर्जी ने कहा कि बीमा ब्रोकिंग एक विशेषज्ञता वाला बिजनेस है। बैंकों को इसके लिए स्किल का विकास करना पड़ सकता है।
लेकिन सरकार के इस कदम से बीमा कंपनियां बैंकों के विशाल नेटवर्क का फायदा उठा सकती हैं। उन्होंने कहा कि अगर बैंक एक से ज्यादा बीमा कंपनियों के उत्पाद बेचते हैं तो इससे ग्राहकों के पास बेहतर विकल्प होंगे।
इंडिया फस्र्ट लाइफ इनश्योरेंस के एमडी एवं सीईओ पी. नंदगोपाल ने कहा, बजट में उम्मीद के मुताबिक करों में कोई नई रियायत तो नहीं दी गई है लेकिन बैंकों के जरिए इंश्योरेंस को बढ़ावा एक अच्छा कदम है। लंबे समय में इससे डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क का विस्तार होगा।
लेकिन भारती अक्सा लाइफ इंश्योरेंस के एमडी एवं सीईओ संदीप घोष ने कहा कि बैंकों को बीमा ब्रोकर के रूप में काम करने की इजाजत देने के बावजूद इस सेक्टर को कोई खास मदद नहीं मिलेगी।
उन्होंने कहा कि जीवन बीमा प्रीमियम के बदले कर में अलग रियायत और सर्विस टैक्स में कमी की काफी उम्मीद थी। इससे इंडस्ट्री को मदद मिलती और आने वाले वित्त वर्ष में सम्मानजनक ग्रोथ देखने को मिल सकती थी।