वित्त विधेयक के पारित होने से पहले ही संसद में कई और घोषणाएं की जाएंगी
क्या-क्या कहा वित्त मंत्री ने
ब्याज दरें घटने की आशा – मैं यही उम्मीद कर रहा हूं कि रिजर्व बैंक आगामी समीक्षा के दौरान मौद्रिक नीति को उदार बनाएगा। आरबीआई अगर नीतिगत ब्याज दरें घटा दे तो इससे अगले वित्त वर्ष में 6.5 फीसदी विकास दर हासिल करने में मदद मिलेगी।
बख्शे नहीं जाएंगे टैक्स चोर – टैक्स चोरी करने वाले बख्शे नहीं जाएंगे। सभी टैक्स रिटन्र्स को खंगाला जा रहा है। भारी-भरकम डाटा उपलब्ध है। अत: डिफॉल्टरों के लिए किसी माफी योजना का सवाल ही पैदा नहीं होता।
बीमा बिल पारित होने का भरोसा – भाजपा के सहयोग की बदौलत बीमा और पेंशन बिल के संसद के वर्तमान बजट सत्र में ही पारित हो जाने का भरोसा है।
महिला बैंक नवंबर में खुलेगा – देश का पहला महिला बैंक इसी साल नवंबर महीने से काम करने लगेगा। देश भर में छह शाखाओं के साथ इस बैंक का आगाज होगा।
देश में आर्थिक विकास की रफ्तार बढ़ाने में वित्त मंत्री पी. चिदंबरम जोर-शोर से जुट गए हैं। चिदंबरम ने रविवार को जो कहा उससे यह पूरी तरह साफ हो गया है। उन्होंने कहा कि विकास को बूस्ट करने के लिए जल्द ही अनेक गैर विधायी निर्णय लिए जाएंगे।
इन फैसलों का वास्ता सीमा शुल्क, उत्पाद शुल्क, सर्विस टैक्स, बीमा और बैंकिंग सेक्टर से होगा। चिदंबरम ने यह भी कहा कि इन सभी फैसलों की घोषणा वित्त विधेयक के पारित होने से पहले ही संसद में कर दी जाएगी।
चिदंबरम ने यहां कहा, ‘मैंने 28 फरवरी को जो आम बजट पेश किया था उसमें विधायी निर्णयों और एक व्यापक एजेंडे पर फोकस किया गया था। सरकार अब गैर विधायी निर्णयों पर काम कर रही है।
‘ उन्होंने कहा, ‘संसद में वित्त विधेयक पर होने वाली चर्चा पर जवाब देने के दौरान कई और घोषणाएं की जाएंगी। कई और निर्णय लिए जाएंगे।’ बजट के बाद एक साक्षात्कार में चिदंबरम ने कहा, ‘ग्रोथ इंजन को फिर से स्टार्ट करने की खातिर मैंने आम बजट में जो कदम उठाए हैं उनसे मैं संतुष्ट हूं। मेरी पार्टी प्रसन्न नजर आ रही है।
विपक्ष तो नि:संदेह आलोचना करेगा ही। मैं आलोचना से परेशान नहीं हूं। मीडिया तो आम तौर पर कुछ चीजों को काफी तवज्जो देता ही है, जबकि कुछ खास चीजों की अनदेखी कर देता है। कुल मिलाकर बजट पर प्रतिक्रियाएं मिश्रित रही हैं।’
अभी से लेकर मई, 2014 में होने वाले आम चुनावों के बीच किसी लोक-लुभावन उपाय की घोषणा किए जाने से साफ इनकार करते हुए चिदंबरम ने कहा, ‘कोई भी सरकार केवल पांच बजट ही पेश कर सकती है। यूपीए ने पांचवां बजट पेश कर दिया है। अगले साल फरवरी महीने में लेखानुदान पेश किया जाएगा और उसके बाद चुनाव होंगे।’