बीजिंग। चीन ने अमेरिकी कंपनी कोका कोला के खिलाफ जासूसी के आरोपों की जांच शुरू कर दी है। कोक पर आरोप है कि वह संवेदनशील इलाकों की मैपिंग (मानचित्र बनाना) कर रही थी। इस जांच से चीन और अमेरिका के संबंधों पर बहुत बुरा प्रभाव पड़ सकता है। पेय पदार्थ बनाने वाली कंपनी ने अपने ऊपर लगाए गए आरोपों से इन्कार किया है। इस संवेदनशील मामले की जांच राष्ट्रीय सुरक्षा मंत्रालय के साथ सर्वे, मैपिंग और भूगर्भीय जानकारी विभाग को सौंपी गई है।
हांगकांग के अखबार साउथ चाइना मॉर्निग पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक उच्च खुफिया एजेंसियों की जांच में शामिल होने से मामला गंभीर हो गया है। चीन के एक वरिष्ठ अधिकारी के हवाले से कहा गया है, हम जानते हैं कि अमेरिका की दिग्गज कंपनी पर जासूसी के आरोप बेहद गंभीर हैं। हम अभी इस मामले में जानकारियां जुटा रहे हैं। अभी फिलहाल इतना बताया जा सकता है कि कोक की कई सहयोगी कंपनियां मैपिंग में शामिल हैं। उन्होंने कई राज्यों में ऐसा किया है। मामले की गंभीरता को देखते हुए ही इसे राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी को सौंपने का निर्णय लिया गया है।
एक वरिष्ठ अधिकारी ली पेंग्दे द्वारा अमेरिकी कंपनी पर मंगलवार को गंभीर आरोप लगाने के बाद यह जांच शुरू की गई है। पेंग्दे ने बताया था कि युन्नान प्रांत में कंपनी के कई कर्मचारी जीपीएस उपकरणों से भौगोलिक जानकारियां जुटाते पाए गए हैं। कोका कोला ने सफाई दी है कि जीपीएस का इस्तेमाल ईधन खपत कम कर उपभोक्ताओं को बेहतर सेवा देने के लिए किया जा रहा था। कंपनी के बयान में कहा गया है, हम जांच में पूरा सहयोग देंगे। हम डिजिटल मैप तैयार करने के लिए जीपीएस का इस्तेमाल कर रहे थे। कई पश्चिमी कंपनियां बेहतर प्रदर्शन के लिए इस तकनीक का इस्तेमाल करती हैं।
लेकिन, जांच से जुड़े हान जिशिआंग के मुताबिक अमेरिकी कंपनी इससे ज्यादा कुछ कर रही थी। यह जांच ऐसे वक्त पर हो रही है जब पिछले कुछ दिनों से अमेरिका, चीन पर साइबर हमलों के आरोप लगा रहा है। यह मुद्दा दोनों देशों के बीच विवाद का विषय बना हुआ है।