नई दिल्ली। आर्थिक मोर्चे पर लगातार आ रही बुरी खबरों से इस हफ्ते भी बाजार का मूड बिगड़ सकता है। गुरुवार को आए चालू खाते के घाटे (सीएडी) के आंकड़ों ने खतरे की घंटी बजा दी है। वैसे, बाजार बंद होने के बाद आई इस खबर का असर इस हफ्ते देखने को मिलेगा। लगातार बढ़ते सीएडी के चलते रुपया और कमजोर हो सकता है। ग्लोबल मोर्चे पर भारतीय बाजारों से इतर वॉल स्ट्रीट लगातार रिकॉर्ड स्तर पर कारोबार कर रहा है, जो दूसरे बाजारों के सेंटीमेंट सुधारने में मददगार हो सकता है। इन हालातों में निवेशक शार्ट टर्म के लिए निफ्टी पर दांव लगा सकते हैं। लेकिन निफ्टी के 5,820 का स्तर तोड़ने तक बाजार बिकवाली का दबाव हावी रह सकता है। सेक्टर्स की बात करें तो कमजोर रुपया आइटी शेयरों के लिए अच्छी खबर है। पिछले हफ्ते अच्छा प्रदर्शन करने वाले टेक महिंद्रा व सत्यम इस सप्ताह भी बढ़त का सिलसिला जारी रख सकते हैं।
यूएसएफडीए के अरबिंदो फार्मा पर से कुछ प्रतिबंध हटाने के बाद कंपनी के शेयर 12 प्रतिशत चढ़ गए, यह ट्रेंड आगे भी जारी रह सकता है। शार्ट टर्म के लिए निवेशक आइटी, एफएमसीजी, फार्मा जैसे डिफेंसिव सेक्टर्स में निवेश करें। सीमेंट, इंफ्रा, पीएसयू, बैकिंग व कैपिटल गुड्स कंपनियों में निवेश नहीं करने में ही समझदारी है। बाजार में और गिरावट की सूरत में निजी बैंकों व ब्लूचिप्स कंपनियों के शेयर लंबी अवधि के लिए अच्छा दांव होंगे।
मिडकैप कंपनियों की वित्तीय सेहत दुरस्त होने की गारंटी होने पर ही इनमें निवेश करें। मिडकैप में तेज गिरावट के बावजूद बिना जानकारी के इनमें निवेश करना जोखिम भरा साबित हो सकता है।
संप्रग सरकार के भविष्य पर जारी अटकलबाजी के बावजूद बाजार गुरुवार को तेजी के साथ बंद होने में कामयाब रहा। मार्च महीने के सौदे की एक्सपायरी होने के चलते कुछ उतार-चढ़ाव रहा। लेकिन एक हफ्ते की गिरावट को पीछे छोड़ते हुए लगातार दूसरे सत्र में तेजी के साथ बंद हुए बाजार ने निवेशकों को कुछ राहत पहुंचाई। कारोबार के आखिर में सेंसेक्स 18836 व निफ्टी 5683 पर बंद हुआ। दोनों प्रमुख सूचकांक हफ्ते भर में आधा परसेंट चढ़े।
कई जानकार मानते हैं कि अभी निवेशकों को कैश में रहना चाहिए, क्योंकि आने वाले वक्त में बाजार में और गिरावट आने के बाद खरीददारी का मौका बन सकता है। हो सके तो बैंकिग क्षेत्र से दूर रहें।
इस हफ्ते की रणनीति:
एक अप्रैल को ऑटो व सीमेंट क्षेत्र के आंकड़े आने के बाद आप इन सेक्टर्स में अपने अगले चाल की दिशा तय करें तो बेहतर है। इस हफ्ते इंडस इंड बैंक व एनडीएमसी निफ्टी 50 का हिस्सा होने जा रहे हैं। ये सीमेंस व विप्रो की जगह लेंगे। अप्रैल माह कंपनियों की चौथी तिमाही के नतीजों का भी महीना होता है, जो शेयरों की खरीद फरोख्त में बड़ी भूमिका निभाते हैं। नतीजों से जुड़ी खराददारी करने से पहले बेहतर है कि आप सोच-समझ कर फैसला करें। मैन्यूफैक्चरिंग व सेवा क्षेत्र के प्रदर्शन पर नजर रखें और चुनिंदा ब्लूचिप शेयरों में खरीदारी की राय है।