मुंबई। पिरामल हेल्थकेयर टेलीकॉम कंपनी वोडाफोन इंडिया में अपनी 11 फीसद हिस्सेदारी बेचेगी। यह बिक्री इस साल के अंत तक हो सकती है। पिरामल समूह के चेयरमैन अजय पिरामल ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी देते हुए कहा कि 24 से 36 महीने में रिटर्न हासिल करने के लक्ष्य को ध्यान में रखकर यह निवेश किया गया था।
पिरामल हेल्थकेयर ने करीब 5,900 करोड़ रुपये में वोडाफोन की 11 फीसद हिस्सेदारी खरीदी थी। 5.5 फीसद हिस्सेदारी के लिए अगस्त 2011 में 2,893 करोड़ रुपये और बाकी 5.5 फीसद हिस्सेदारी के लिए पिछले साल फरवरी में 3,007 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया था। अजय पिरामल के मुताबिक वोडाफोन की बेहतरीन विकास संभावनाओं को देखते हुए छोटी अवधि के लिए निवेश का फैसला लिया गया था। निवेश के कुल 18 महीनों में कंपनी को 17-20 फीसद का रिटर्न मिलने की उम्मीद है। पिरामल ने इससे पहले भी स्पष्ट किया था कि वे दूरसंचार क्षेत्र में लंबी अवधि तक नहीं रहेंगे।
समूह के बैंकिंग क्षेत्र में उतरने की संभावनाओं के सवाल पर पिरामल ने कहा हम अभी इसका मूल्यांकन कर रहे हैं। सौ समूह इस क्षेत्र में उतरने की तैयारी कर रहे हैं, जबकि लाइसेंस पांच-छह कंपनियों को ही मिलना है। घरेलू फॉर्मूलेशन कारोबार बेचने से पिरामल समूह के पास काफी नकदी जमा हो गई है। इसके इस्तेमाल वह विभिन्न कंपनियों में बतौर निवेशक कर रही है।