नई दिल्ली। ग्लोबल अर्थव्यस्था की सुस्ती समेत विभिन्न घरेलू कारणों के चलते लगातार बढ़ते एनपीए (फंसे हुए कर्ज) से बैंकों के मुनाफे को करारी चोट पहुंच रही है। दूसरे कई बैंकों की तरह सार्वजनिक क्षेत्र के इंडियन बैंक का शुद्ध मुनाफा वित्त वर्ष 2012-13 की चौथी तिमाही में 15.4 फीसद गिरकर 292.12 करोड़ रुपये रह गया है। इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में सार्वजनिक बैंक को 345.41 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा हुआ था। बैंक ने 704 करोड़ रुपये पेंशन और एनपीए के मद में खर्च किए।
पढ़ें: इनवेस्टमेंट और सेविंग्स से जुड़ी जानकारी
बृहस्पतिवार को तिमाही नतीजों की घोषणा करते हुए बैंक के चेयरमैन और एमडी टीएम भसीन ने बताया कि पिछले वित्त वर्ष के दौरान कुल आय बढ़कर 15,186.20 करोड़ पहुंचने के बावजूद मुनाफा गिरा है। वित्त वर्ष 2011-12 में बैंक की कुल आय 13,463 करोड़ रुपये रही थी। बैंक की चौथी तिमाही में कुल आय 4,022.46 करोड़ रुपये रही। पिछले वित्त वर्ष के दौरान बैंक का शुद्ध लाभ 9.43 फीसद घटकर 1,518.85 करोड़ रुपये पर आ गया। एक साल पहले शुद्ध मुनाफा 1,746.59 करोड़ रुपये रहा था। बैंक की परिचालन आय में पिछले वित्त वर्ष जबरदस्त इजाफा हुआ। उसे इस मद में 2,750 करोड़ रुपये खर्च करने पड़े, जबकि इससे पिछले वित्त वर्ष में बैंक की परिचालन आय 2,187 करोड़ रुपये थी। पिछले वित्त वर्ष में बैंक ने 704 करोड़ रुपये पेंशन और एनपीए के मद में खर्च किए। चौथी तिमाही में परिचालन आय में 69 फीसद का उछाल आया और यह 1,003 करोड़ रुपये पर पहुंच गई। बैंक का एनपीए पिछले वित्त वर्ष के दौरान 1,851 करोड़ से बढ़कर 3,565 करोड़ रुपये पर पहुंच गया।
यूनियन बैंक को लाभ
सार्वजनिक क्षेत्र के यूनियन बैंक को पिछले वित्त वर्ष की आखिरी तिमाही में 789 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा हुआ है। इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही के 773 करोड़ रुपये के मुकाबले शुद्ध लाभ में 2.07 फीसद का सामान्य उछाल आया है। चौथी तिमाही में शुद्ध ब्याज आय भी 2.89 फीसद पर पहुंच गया। पूरे वित्त वर्ष के दौरान बैंक का शुद्ध लाभ 20.76 फीसद बढ़कर 2,158 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। जो कि एक वर्ष पहले 1,787 करोड़ रुपये था।
घटा एशियन पेंट्स का लाभ
एशियन पेंट्स लिमिटेड को पिछले वित्त वर्ष की चौथी तिमाही में 251.11 करोड़ रुपये का एकीकृत शुद्ध लाभ हुआ है। पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही के शुद्ध मुनाफे 259.48 करोड़ रुपये के मुकाबले इसमें 3.22 फीसद की कमी आई है। हालांकि, कंपनी की कुल बिक्री बढ़कर 2,713.67 करोड़ रुपये पर पहुंच गई। वित्त वर्ष 2012-13 के दौरान एकीकृत शुद्ध मुनाफा 1,113.88 करोड़ रुपये रहा। यह इससे पिछले वित्त वर्ष में 988.73 करोड़ रुपये रहा था। कंपनी बोर्ड ने 10 रुपये मूल्य वाले शेयर पर 36.50 रुपये का लाभांश देने की घोषणा की है।
गोदरेज प्रॉपर्टीज का लाभ बढ़ा
गोदरेज का एकीकृत शुद्ध मुनाफा पिछले वित्त वर्ष की जनवरी-मार्च तिमाही में 34 फीसद बढ़कर 53.2 करोड़ रुपये पर पहुंच गया है। एक वर्ष पहले इसी तिमाही में कंपनी का शुद्ध मुनाफा 39.8 करोड़ रुपये रहा था। गोदरेज ग्रुप की रियल्टी कंपनी ने बीएसई को दी जानकारी में बताया कि चौथी तिमाही में उसकी कुल आय 16 फीसद कम होकर 313.9 करोड़ रुपये पर आ गई, जो कि एक वर्ष पहले इसी तिमाही में 373.2 करोड़ रुपये रही थी। टैक्स देनदारी में कमी आने के चलते कंपनी को मुनाफा हुआ है। एक वर्ष पहले चौथी तिमाही में कंपनी ने 37.40 करोड़ टैक्स भरा था, जबकि जनवरी-मार्च, 2012 में उसने 27.07 करोड़ टैक्स ही दिया। पूरे वित्त वर्ष के दौरान शुद्ध लाभ 41 फीसद बढ़कर 97.9 करोड़ से 138.4 करोड़ रुपये पर पहुंच गया।
बजाज हिंदुस्तान का लाभ घटा
देश की सबसे बड़ी चीनी उत्पादक बजाज हिंदुस्तान को जनवरी-मार्च तिमाही में एकल आधार पर 1.95 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा हुआ है। पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में कंपनी का मुनाफा 8.78 करोड़ रुपये रहा था। कंपनी ने बीएसई को बताया कि बजाज इको टेक प्रोडक्ट्स लिमिटेड के विलय की वजह से आंकड़ों की तुलना नहीं की गई। कंपनी की कुल आय पिछली तिमाही में 1,297.16 करोड़ रुपये पर पहुंच गई। कंपनी बोर्ड ने चेयरमैन और एमडी शिशिर बजाज को इन पदों पर पांच साल का सेवा विस्तार दिया है।
जुबिलेंट फूडवर्क्स को मुनाफा
खाद्य सेवा प्रदाता जुबिलेंट फूडवर्क्स को वित्त वर्ष 2011-12 की चौथी तिमाही में 32.71 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा हुआ है। कंपनी को इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 11.52 फीसद कम 29.33 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा हुआ था। कंपनी की बिक्री पिछली तिमाही में 365.75 करोड़ रुपये रही। पिछले वित्त वर्ष में कंपनी को 135.10 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा हुआ है। कंपनी ने 100 से अधिक स्टोर खोलने का निर्णय भी लिया है।