बैंगलोर, फरवरी 2025: कर्नाटक सरकार ने टोयोटा किर्लोस्कर मोटर (टीकेएम) के पूर्व उपाध्यक्ष (वाइस चेयरमैन) स्वर्गीय श्री विक्रम एस किर्लोस्कर को मरणोपरांत ‘औद्योगिक विरासत‘ पुरस्कार से सम्मानित किया है। उन्हें यह सम्मान उनके दूरदर्शी नेतृत्व, अग्रणी योगदान और कर्नाटक के औद्योगिक, आर्थिक व सामाजिक परिदृश्य को आकार देने में परिवर्तनकारी भूमिका के लिए दिया गया है। इन्वेस्ट कर्नाटक 2025 ग्लोबल इन्वेस्टर्स मीट (जीआईएम) में प्रदान किया गया यह सम्मान, औद्योगीकरण, रोजगार सृजन, कौशल विकास और स्थानीय आपूर्तिकर्ता पारिस्थितिकी तंत्र को मजबूत करने के लिए उनकी आजीवन प्रतिबद्धता को स्वीकार करता है। कर्नाटक के वैश्विक विनिर्माण केंद्र के रूप में उभरने में इन सभी का महत्वपूर्ण योगदान है। उनकी विरासत को और मजबूत करते हुए, टोयोटा किर्लोस्कर मोटर को इस कार्यक्रम में ऑटोमोटिव डिवीजन में ‘सनराइज सेक्टर पायनियर अवार्ड‘ से भी सम्मानित किया गया। इसके जरिये कर्नाटक में नवाचार, निंरतरता और आर्थिक विकास में कंपनी की अग्रणी स्थिति को मान्यता दी गई। यह श्री विक्रम एस किर्लोस्कर द्वारा रखी गई मजबूत बुनियाद का सबूत है। प्रतिष्ठित मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (एमआईटी) से शिक्षित टेक्नोक्रेट , स्वर्गीय श्री विक्रम एस किर्लोस्कर भारत के विनिर्माण और ऑटोमोटिव क्षेत्रों के एक दिग्गज थे। उन्होंने कर्नाटक में टोयोटा लाने और बिदादी में टोयोटा किर्लोस्कर मोटर (टीकेएम) की स्थापना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी । उनके नेतृत्व में, टीकेएम भारत के अग्रणी ऑटोमोबाइल निर्माताओं में से एक के रूप में विकसित हुआ, जिसने तकनीकी उत्कृष्टता, हरित गतिशीलता, कौशल पहल और टिकाऊ विनिर्माण में नए मानक स्थापित किए। समावेशी विकास में उनकी गहरी आस्था ने एक औद्योगिक पारिस्थितिकी तंत्र को बढ़ावा देने में एक निर्णायक भूमिका निभाई , जो पर्यावरणीय जिम्मेदारी और सामाजिक प्रभाव के साथ आर्थिक विकास को संतुलित करता है। भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) के पूर्व अध्यक्ष और सोसाइटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स (एसआईएएम) के पूर्व अध्यक्ष के रूप में , उन्होंने भारत में उद्योग के विकास में बहुत बड़ा योगदान दिया। औद्योगिक विकास से परे, स्वर्गीय श्री विक्रम एस किर्लोस्कर समाज को वापस देने के लिए गहराई से प्रतिबद्ध थे । उन्होंने सामुदायिक विकास और कौशल निर्माण पहलों का समर्थन किया, यह सुनिश्चित करते हुए कि उद्योग सामाजिक प्रगति के लिए उत्प्रेरक के रूप में कार्य करता है । उनके दूरदर्शी नेतृत्व ने टोयोटा तकनीकी प्रशिक्षण संस्थान (टीटीटीआई) के निर्माण का नेतृत्व किया , जिसने हजारों युवा प्रतिभाओं को, विशेष रूप से ग्रामीण कर्नाटक से , विश्व स्तरीय तकनीकी शिक्षा और रोजगार के अवसरों के साथ सशक्त बनाया। स्थानीय आपूर्तिकर्ता विकास में उनके प्रयासों ने कर्नाटक के विनिर्माण पारिस्थितिकी तंत्र को मजबूत किया , जिससे रोजगार सृजन और आर्थिक विकास को बढ़ावा मिला। 25 से अधिक वर्षों से, टोयोटा किर्लोस्कर मोटर कर्नाटक की प्रगति में एक विश्वसनीय भागीदार रहा है, जिसने ₹16,000 करोड़ का निवेश किया है, तथा तीसरे विनिर्माण संयंत्र की स्थापना सहित ₹4,000 करोड़ का अतिरिक्त निवेश किया जा रहा है। राष्ट्र निर्माण के लिए जिम्मेदार उद्योग के माध्यम से स्वर्गीय श्री विक्रम एस. किर्लोस्कर की अटूट प्रतिबद्धता से प्रेरित होकर , टोयोटा रोजगार सृजन, स्थिरता, कौशल और स्थानीय समुदायों को सशक्त बनाने के लिए समर्पित है, यह सुनिश्चित करते हुए कि उनका दृष्टिकोण भारत के औद्योगिक और आर्थिक भविष्य को आकार देना जारी रखता है। टोयोटा किर्लोस्कर मोटर की उपाध्यक्ष और स्वर्गीय श्री विक्रम एस. किर्लोस्कर की पुत्री सुश्री मानसी एन. टाटा ने आभार व्यक्त करते हुए कहा, “मेरी माँ श्रीमती गीतांजलि किर्लोस्कर और टोयोटा किर्लोस्कर मोटर के सभी लोगों की ओर से, मैं अपने पिता को ‘औद्योगिक विरासत‘ पुरस्कार से सम्मानित करने और टोयोटा किर्लोस्कर मोटर को ‘सनराइज सेक्टर पायनियर अवार्ड‘ से सम्मानित करने के लिए कर्नाटक सरकार के प्रति हार्दिक आभार व्यक्त करती हूँ। यह हमारे लिए बहुत ही भावनात्मक और गर्व का क्षण है। मैं विशेष रूप से आभारी हूँ कि श्रीमती गीतांजलि किर्लोस्कर ने मेरी और उनकी ओर से पुरस्कार प्राप्त किया, क्योंकि वे मेरे पिता की यात्रा का एक अभिन्न अंग और शक्ति का स्तंभ रही हैं। मेरे पिता ने कर्नाटक की अपार औद्योगिक क्षमता में विश्वास करते हुए विनिर्माण उत्कृष्टता, स्थिरता और नवाचार को आगे बढ़ाने के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया। यह मान्यता जिम्मेदार औद्योगीकरण और हरित गतिशीलता के प्रति टोयोटा की प्रतिबद्धता को पुष्ट करती है। हम उनके दृष्टिकोण को आगे बढ़ाने और निरंतर जारी रहने वाली विनिर्माण व तकनीकी उत्कृष्टता के लिए एक वैश्विक केंद्र के रूप में कर्नाटक की स्थिति को मजबूत करने के लिए समर्पित हैं।” अपने विचार साझा करते हुए, टोयोटा किर्लोस्कर मोटर के ग्रीन फील्ड प्रोजेक्ट के कॉर्पोरेट प्लानिंग के डिप्टी मैनेजिंग डायरेक्टर, श्री स्वप्नेश आर. मारू ने कहा, “हम टोयोटा किर्लोस्कर मोटर को ‘सनराइज सेक्टर पायनियर अवार्ड’ से सम्मानित करने और हमारे अगुआ, दिवंगत श्री विक्रम एस किर्लोस्कर को ‘इंडस्ट्रियल लिगेसी’ अवार्ड प्रदान करने के लिए कर्नाटक सरकार के प्रति वास्तव में आभारी हैं। पिछले 25 वर्षों में, कर्नाटक की प्रगतिशील नीतियों, मजबूत बुनियादी ढांचे और कुशल कार्यबल ने हमारी यात्रा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, जिससे हम राज्य के आर्थिक और औद्योगिक विकास में सार्थक योगदान दे पाए हैं। हमारा ध्यान हमेशा एक स्थायी विनिर्माण पारिस्थितिकी तंत्र बनाने, स्थानीय आपूर्तिकर्ताओं को सशक्त बनाने और विशेष रूप से ग्रामीण युवाओं के बीच कौशल विकास को बढ़ावा देने पर रहा है। यह मान्यता टोयोटा उत्पादन प्रणाली (टीपीएस) सिद्धांतों और स्वर्गीय श्री विक्रम एस किर्लोस्कर की विरासत के आधार पर वैश्विक विनिर्माण केंद्र बनने में कर्नाटक के औद्योगिक परिवर्तन में योगदान जारी रखने के हमारे संकल्प को मजबूत करती है।” टोयोटा किर्लोस्कर मोटर के मुख्य संचार अधिकारी, सीनियर वाइस प्रेसिडेंट उपाध्यक्ष और राज्य मामलों के प्रमुख, श्री सुदीप दलवी ने कहा, “स्वर्गीय श्री विक्रम एस किर्लोस्कर को ‘औद्योगिक विरासत’ पुरस्कार से सम्मानित किया जाना उद्योग और समाज में उनके आजीवन योगदान के प्रति एक गहरी श्रद्धांजलि है। हम समान रूप से सम्मानित हैं कि टोयोटा किर्लोस्कर मोटर को ‘सनराइज सेक्टर पायनियर अवार्ड’ मिला है, जो कर्नाटक के साथ हमारी गहरी साझेदारी को मजबूत करता है। नवाचार, स्थिरता और कौशल विकास को बढ़ावा देने के लिए राज्य की अटूट प्रतिबद्धता ने हमें विनिर्माण से परे योगदान करने के लिए सशक्त बनाया है – शिक्षा, सामुदायिक कल्याण और व्यापक औद्योगिक परिदृश्य को प्रभावित करना। कर्नाटक के शासन, बुनियादी ढांचे और नीति समर्थन की ताकत ने राज्य को औद्योगिक उत्कृष्टता में वैश्विक नेता बना दिया है। जैसे–जैसे हम भविष्य की ओर कदम बढ़ा रहे हैं, हम इस सहयोग को आगे बढ़ाने, आर्थिक प्रगति को आगे बढ़ाने और वैश्विक गतिशीलता क्रांति में भारत की भूमिका को मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।” कर्नाटक, उद्योग के अपने सबसे प्रतिष्ठित लोगों में से एक को श्रद्धांजलि देता है। स्वर्गीय श्री विक्रम एस किर्लोस्कर का विजन आगे के मार्ग को रोशन करना जारी रखता है। यह एक ऐसा मार्ग है जहाँ औद्योगिक विकास स्थिरता, समावेशिता और तकनीकी प्रगति एक साथ गहराई से जुड़ा हुआ है। उनका योगदान हमेशा भारत की विनिर्माण उत्कृष्टता और कर्नाटक की वैश्विक औद्योगिक प्रमुखता की आधारशिला रहेगा।