
अजमेर के मिशनरी अस्पताल में गुड फ्राइडे के दिन अवकाश है। लेकिन अवकाश एक बहाना है। दरअसल इस अवकाश के माध्यम से मिशनरी अस्पताल आज मरीजो से ओन कॉल डॉक्टर बुलाने की फीस वसूल रहे है। ओन कॉल डॉक्टर की फीस किसी एक मरीज से नही बल्कि आज आने वाले सभी मरीजो से वसूली जा रही है।
मिशनरी अस्पताल अब नही आऊंगा, यह तो लूटते है
अस्पताल आए एक मरीज ने बताया कि यहाँ तो लूटमार मची है। कैसे भी करके मरीजो से पैसा ऐंठ लो बस। यहाँ मरहम पट्टी करने के ही 500 रुपए वसूले जा रहे है। जिसपर किसी प्रकार का कोई टैक्स भी नही है। यहाँ मरीज को इलाज का खर्चा उसका इलाज होने के बाद बताते है। अस्पताल गरीब मरीजो के लिए तो नही है।
सरकार का नियंत्रण क्यों नहीं है
इस लूटमार की एक वजह राज्य सरकार का इन अस्पतालो पर कोई नियंत्रण ना होना भी है। राज्य सरकार के मंत्री वोट बैंक के लिए इनके चेम्बरो में तो बैठते है, लेकिन आमजन के हित के लिए अस्पताल पर कोई दबाव नहीं बनाते है।
सुशील पाल