राजेश टंडनराजस्थान पुलिस के ये शेर ट्रान्सफर लिस्ट की इन्तजार में दर दर भटक रहे है , जो प्रमोशन के बाद भी पदों पर बैठे हैँ वो अपने पुरे रसुखात लगा रहें है कि लिस्ट अभी औऱ 6 महीने नहीं आये क्योंकि जिन पोस्टिंग पर उनको जाना है वहाँ तो ……जैसे पिया घर भले वैसे भले परदेस ,कोई समान सट्टे तक की भी बेगार नहीं करेगा तो ऐसे प्रमोशन को ओढे या बिछायें।वैसे राजस्थान कानून व्यवस्था के हिसाब से समस्त भारत में सर्व श्रेष्ठ हो अगर यहाँ पर पुलिस में पोस्टिंगस योग्यता के आधार पर हो तो ,विडंबना राजस्थान की यह है कि यहाँ ट्रान्सफर पोस्टिंग सिर्फ औऱ सिर्फ जातियों के आधार पर होती है जिन जातियों का वरचस्व है उनके ही अधिकारी राजनीतिक दखलन्दाजी की वजह से लगते हैं योग्यता को दरकिनार कर दिया जाता है।फिर होता है मेरे सैयां घर नहीं औऱ मुझको किसी का डर नहीं, राजेश टंडन वकील अजमेर