तीर्थनगरी पुष्कर में स्थित नए रंगजी मंदिर में प्रसाद नही चढ़ने के बावजूद मंदिर के बाहर दुकानदार यात्रियों को यह कहकर प्रसाद बेच रहे हे की मंदिर में प्रसाद चढ़ता हे उनको तो सिर्फ प्रसाद बेचने से मतलब हे चाहे झूठ बोलकर भी क्यो न बेचे यात्री दुकानदारो की बातो में आकर प्रसाद तो खरीद लेते हे पर उनको जब इस बात का पता चलता हे की प्रसाद नही चढ़ता तो उनकी आस्था पर गहरा आघात इस बात का लगता हे की तीर्थ स्थानों पर भी दुकानदार पेसो के चक्कर में कितने झूठ कपट का कार्य करते हे इसके कारण तीर्थनगरी की छवि भी खराब हो रही हे मंदिर के प्रबंधक सत्यनारायण रामावत ने बताया की हमने कही बार दुकानदारो को मना भी किया लेकिन मानते भी नही हे मंदिर के बाहर और सरकारी जमीन पर दुकाने लगाने के कारण हम इनको हटा भी नही सकते यही नही इन दुकानदारो ने मंदिर के बाहर माहोल खराब कर रखा हे आये दिन प्रसाद बेचने के चक्कर में एक दूसरे से लड़ाई झगड़ा करते रहते हे ।आज भी दो दुकानदार सोमनाथ और रामुनाथ प्रसाद बेचने के चक्कर में खून खराबे में उत्तर गए।दोनों में जमकर मारपीट होने के कारण अफरा तफरी मच गई लोगो ने बेमुश्किल से दोनों को छुड़ाया ।झगड़े में दोनों के गंभीर चोटे लगने के कारण तुरन्त अजमेर ले गए।लोगो ने मांग की हे की मंदिर प्रसाद नही चढ़ता हैउसके बावजूद यह जबरदस्ती यात्रियों को गुमराह करके प्रसाद बेच रहे हे ।जिसके चलते तीर्थ नगरी की छवि खराब होती हे अतः इनको तुरन्त यंहा से हटाया जाये।
अनिल पाराशर संपादक बदलता पुष्कर
