क्या नेताओ को अधिकार है माध्यमिक शिक्षा बोर्ड अपने घर में खोलने का

bser 450अभी अजमेर नगर निगम में चुनाव संपन्न हुए .चुनावो में काफी दाव पेंच खेले गए ,जाहिर है प्रतिएक चुनाव में खेले जाते है परन्तु यहाँ एक नेता ने हद ही कर दी उन्होंने तो माध्यमिक शिक्षा बोर्ड घर में ही बना दिया और एक सर्टिफिकेट माध्यमिक शिक्षा बोर्ड का प्रस्तुत कर दिया जिसमे उनकी मार्कशीट जो की ग्वालियर मध्य प्रदेश की है को अजमेर माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के समकक्ष बताया गया है . जब बोर्ड चेयरमैन से बात की गयी तो उन्होंने बताया की बोर्ड ऐसा कोई सर्टिफिकेट इशू नहीं करता है और उक्त सर्टिफिकेट पैर जो सीरियल न. अंकित है वो बोर्ड के सीरियल न. नहीं है . यहाँ सवाल ये उठता है की यदि बोर्ड में ये सर्टिफिकेट इशू नहीं किया तो नेताजी ने ये सर्टिफिकेट कहा से बनवाया क्या माध्यमिक शिक्षा बोर्ड का फर्जी सर्टिफिकेट और मार्कशीट बनाने वाला कोई गिरोह सक्रिय है या नेताजी ने नयी टेक्नोलॉजी का सहारा लेते हुए अपने घर में ही सर्टिफिकेट तैयार कर लिया .
रिटर्निंग अधिकारी की भूमिका पर यहाँ प्रश्न चिन्ह लगता है की उन्होंने क्यों नहीं इस नेता के खिलाफ ऍफ़ आई आर दर्ज नहीं कराइ जबकि उसका नामांकन अधिकारी ने निरस्त किया था .
बहुत गंभीर सवाल यहाँ पर उठते है . क्या बोर्ड में सब ठीक है . क्या कोई बड़ा काण्ड व्यापम की तरह का तो अजमेर शिक्षा बोर्ड में नहीं होने जा रहा . जो सील सर्टिफिकेट पर मौजूद है वो सील भी एक सवाल है की क्या बोर्ड का कोई एक या ज्यादा अधिकारी इस खेल में शामिल है क्युकी सर्टिफिकेट तो चलो मान लिया नेताजी ने अपने घर पर बना लिया परन्तु क्या बोर्ड की सीलभी नेताजी ने अपने घर पर बना ली बड़ा गंभीर जांच का विषय है .
अब इसमें एँफ आई आर दर्ज करके जाच करनी चाहिए सबुतो की कोई
कमी नही है
खुद माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने अपने पत्र अनुसार यह समकक्षता प्रमाण पत्र उनके द्दारा जारी नही किया गया है बताया है यानी अजमेर में एक
ओर व्यापम काण्ड हो सकता है . साथ ही इससे लगता है कि जो मार्कशीट ग्वालियर की पेश की गई है वो भी
फजी हो सकती है वह भी जाच का विषय है ऐसा ना हो की वह भी
नेता जी ने घर पर ही खुद बनाई हो
या मिलीभगत कर के बनवा कर पेश कि गई हो

विनीत जैन
न्यूज़ फ़्लैश चैनल
अजमेर
8107474391

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