नगर निगम में पंचशील स्थित गौशाला की बीमार गायें अब खरखेड़ी स्थित टोल्फा संस्था के लिए मुसीबत बन गई है।
बेसहारा पशुओं के संरक्षण के लिए खरखेड़ी में चल रही टोल्फा संस्था की रीचेल ने निगम के मेयर धर्मेन्द्र गहलोत और आयुक्त एच गुईटे को पत्र लिखकर कहा है कि टोल्फा में क्षमता से अधिक बीमार गायें भेजी जा रही है जिनका इलाज करना मुश्किल हो रहा है। संस्था ने मांग की है कि गायों के समुचित इलाज के लिए धनराशि उपलब्ध करवाई जाए क्योंकि इतनी बड़ी संख्या में गायों का इलाज करना संभव नहीं है।
मालूम हो कि विगत दिनों निगम की पंचशील स्थित गौशाला में गायों की मौत के विरोध में हिन्दुवादी संगठनों के कार्यकर्ताओं ने स्वास्थ्य अधिकारी सत्यनारायण शर्मा और राजस्व अधिकारी भगवान बच्चानी के मुंह पर कालिख पोत दी थी। इस घटना के बाद निगम ने अपनी गौशाला की बीमार गायों को टोल्फा संस्था में भेजना शुरू कर दिया। इससे निगम तो बच गया लेकिन टोल्फा के लिए मुसीबत बन गई है। टोल्फा की संचालिका रिचेल का कहना है कि उनकी संस्था असहाय और बेघर जानवरों का इलाज करती है लेकिन बड़ी संख्या में गायों का इलाज करना संभव नहीं है।
(एस.पी. मित्तल)
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