अपने अधिकारी को झूठ बोल रहे प्रभारी !

_DSC0003ब्यावर। सरकारी योजनाओ का आमजन को लाभ मिले। इसके लिए हर सप्ताह की तरह सोमवार को भी एसडीएम के नेतृत्व में सम्बन्धित विभाग के प्रभारियो की मौजूदगी में समीक्षा बैठक का आयोजन हुआ। लेकिन इस बैठक में प्रभारी अधिकारी को अपनी कार्य रिपोर्ट को झूठी बढ़ा-चढ़ाकर पेश करते नजर आए।
मामला सोमवार को ब्यावर का है। जहां डाक बंगले में एसडीएम आशीष गुप्ता के नेतृत्व में 10.30 बजे विभागीय समीक्षा बैठक का आयोजन होना था, लेकिन 11.15 बजे एसडीएम गुप्ता बैठक में पहुंचे। यहां उन्होंने हर विभागवार प्रभारियो की जानकारी लेकर बैठक की शुरुआत की।
बैठक शुरू होते ही पानी की लाइन को लेकर जलदाय विभाग के संजीव माथुर और पीडब्लूडी के सलूजा से चर्चा की और विभाग द्वारा नए कार्य के बारे में जानकारी ली।
इसके बाद राजकीय अस्पताल में सरकारी योजनाओ के बारे में अपडेट लेते हुए एसडीएम गुप्ता ने अस्पताल प्रभारी डॉ. के.के. चौहान से पूछा कि ‘भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना’ में अमृतकौर अस्पताल में कितने मरीजो का पंजीयन हो चुका है ? तो चौहान बोले, सर अब तक 43 मरीजो का हो चुका है और हम कोशिश कर रहे है। गुप्ता ने आंकड़ो में बढ़ोतरी करने के निर्देश दिए।
जबकि सोमवार सुबह तक राजकीय अमृतकौर अस्पताल के आंकड़ो की माने तो हकीकत में मात्र 25 मरीजो का ही बीमा योजना में पंजीयन हुआ है। ऐसे में चौहान द्वारा एक आईएएस अधिकारी को गलत आंकड़े प्रस्तुत कर झूठ बोलने का साफ़ पता चलता है।

अमित सारस्वत
अमित सारस्वत
आखिर झूठ बोले भी क्यों ना। राजकीय अस्पताल में बीमा योजना शुरू होने के 3 दिन तक एक भी पंजीयन नही होने पर कलेक्टर आरुषि ए मलिक प्रसंज्ञान ले चुकी है। मलिक ने पीएमओ डॉ. एमके जैन को सरकारी योजना में लापरवाही बरतने पर फटकार भी लगाई थी। साथ ही कहा था कि आगे से लापरवाही बरती गई तो विभागीय कार्यवाही की जायेगी। इसके बाद अस्पताल प्रशासन ने जैसे-तैसे मरीजो को जागरूक कर पंजीयन करना शुरू किया था।
खैर कुछ भी हो, लेकिन प्रशासनिक अधिकारियो को चाहिए कि तथ्यात्मक रिपोर्ट व आंकड़ो की अपने स्तर पर पुनः जाँच कराएं, जिससे कोई भी प्रभारी फिर गलत आंकड़े, रिपोर्ट प्रस्तुत करने की हिम्मत न दिखा सके।
-अमित सारस्वत, ब्यावर

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