विश्व प्रसिद्ध बिराटिया मंदिर में अँधेरा

बिराटीया मंदिर का गल्ला जो ऊपर तक नोटों से भरा पडा हे और साइड में 2 लोहे के बोक्स और भर हुए हे ।
बिराटीया मंदिर का गल्ला जो ऊपर तक नोटों से भरा पडा हे और साइड में 2 लोहे के बोक्स और भर हुए हे ।
मिली जानकारी के अनुसार जन जन की आस्था का केंद्र और कोमी एकता के लिए पूरी दुनिया में प्रसिद्ध जहा हिन्दू मुस्लिम सिख इसाई 36 ही कोम जहा बिना भेद भाव के मत्था टेकने जाती हे और वहा पे सभी भक्तो को मुंह मांगी मुराद मिलती हे सेकड़ो वर्ष पुराना ऐसे ही आस्था के केंद्र का नाम हे “रामसा पीर” ।
रामसा पीर का स्थान जोधपुर रोड पे बर के पास ग्राम बिराटीया में स्थित हे उक्त स्थान ब्यावर से 30 किलोमीटर दुरी पे हे और यहाँ पे सेकड़ो किलोमीटर से यात्री दर्शन करने और अपनी मन्नत मांगने आता हे । यह एक प्रसिद्द स्थान हे मुख्य धाम रामदेवरा रुनेचा के जेसी ही मान्यता इस स्थान की भी हे और लाखो भक्तो की आस्था का केन्द्र भी हे ।
लेकिन मिली जानकारी के अनुसार पिछले कुछ समय से पुजारी और ट्रस्टीयोके सम्बन्ध कुछ ठीक नहीं चल रहे हे । इस कारण मंदिर का बिजली का बिल कई माह से ना भरे जाने के कारण लगभग 1.25 लाख रूपये बकाया हो गया । कुछ समय तो बिजली विभाग ने मंदिर में आने जाने वालो और पूजा पाठ में परेशानी ना हो इस कारण ढिलाई छोड़ दी लेकिन आज 26 मार्च को अपने विभाग के आदेश से बिराटीया मंदिर का बिजली कनेक्शन विच्छेद कर दिया । इस कारण मंदिर की सुरक्षा भी खतरे में पड़ गई हे क्योकि वहा पे लगे C C TV केमरे भी बिना लाईट के बंद हो गए ।
बिजली का कनेक्शन काटने से आज मंदिर में आरती के समय परेशानी होगी और रात्री में आने जाने वालो और वहा रहने वालो को भी परेशानी उठानी पड़ेगी । जबकि मिली जानकारी के अनुसार मंदिर में लगभग 1 लाख रुपया महीने का चढ़ावा आता हे उसके बाद भी न तो उसका बिजली बिल भरा जाता हे और नाही यात्रियों की सुविधा के लिए रात्री विश्राम और ना ही भोजन और पानी की व्यवस्था होती हे और ना ही मरम्मत होती हे । । इतने प्रसिद्द मंदिर को अपनी बुनियादी सुविधाओं के लिए क्यों जूझना पड़ता हे इतना चढ़ावा आता हे वो कहा जाता हे । वर्तमान में मेंने देखा की वहा पे दान पात्र में ठूस ठूस के नोट भरे हुए हे और 2 बड़े लोहे के बक्से भी नोटों से भरे पड़े हे लेकिन इसके बावजुद भी वहा का ट्रस्ट और ट्रस्टी आपसी विवाद के चलते मंदिर की प्रतिस्ठा को तार तार किया जा रहा हे ।
हेमेन्द्र सोनी @ BDN ब्यावर

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