अजमेर के विकास के लिए सरकार का ध्यान आकर्षित करने का है मौका
कुछ ऐसा दे दीजिए जो लोग
याद रखें कि एक उदार
मुख्यमंत्री ने अजमेर में
झंडा फहराया और यहां के
विकास को गति प्रदान की,
कोरी कागजी बातें नहीं,
कुछ धरातल पर नजर आए
यह एक सुखद बात है कि राज्य का आगामी स्वाधीनता दिवस समारोह 2016 संभाग मुख्यालय अजमेर पर आयोजित किया जाएगा। ऐसे में उम्मीद की जानी चाहिए कि अजमेर का प्रबुद्ध वर्ग जागरूक होकर सरकार का ध्यान यहां के विकास की ओर आकर्षित करेगा। रोटेरी गवर्नर श्री भूपेन्द्र जैन, ग्वालियर ने तो अजयमेरु टाइम्स के अनुरोध को स्वीकार करके अजमेर के विकास हेतु मुख्यमंत्री वसुन्धरा जी को पत्र लिखकर पहल भी कर दी है।
अजमेर के नागरिकों, बुद्धिजीवियों, असरदार व सत्ताधारी राजनीतिज्ञों, नगर निगम, अजमेर विकास प्राधिकरण (एडीए), सामाजिक कार्यकर्ताओं/सेवाभावी संस्थाओं (लॉयन्स, रॉटेरी क्लब व अन्य), पत्रकारों आदि के लिए निम्र कदम उठाने व अपनी बात मुख्यमंत्री तक पहुंचाने का महत्वपूर्ण अवसर है:-
1. एडीए का प्लालिंग सेक्शन तो लूली-लंगड़ी गऊओं की गौशाला है, इसे ठीक कर दो। स्मार्ट सिटी का सब्ज बाग दिखाने के बजाय हमें तो सिटी बनाने हेतु सक्षम प्लानिंग सेक्शन दे दो।
अजमेर एडीए का प्लॉनिंग सेक्शन, जिसका हैड डायरेक्टर होता है, उस योग्यता का कोई समर्पित व्यक्ति देे दीजिए। बिना प्लॉनिंग के लूली-लंगड़ी गाय की गौशाला की तरह इस विभाग की परवरिश हो रही है। कुछ तो तरस खाओ अजमेर के नागरिकों पर। और राजनीतिज्ञ लोग भी यदि इस विभाग को आई.सी.यू. से बाहर निकलवा सकें तो इस बार पूरा जोर लगा दें कि एक अधिकारी फुल टाइम इस पद के योग्य व्यक्ति को पद पर बैठा दें और अजमेर के विकास को गति दिलवाएं। प्लॉनिंग सेक्शन के बिना स्मार्ट तो क्या सामान्य सिटी भी नहीं बनाई जा सकती।
2. इस बार अजमेर के लिए दो चीज मांग लो तो आगे की जनरेशन हेडा जी / भाजपा को याद रखेगी। पहला शास्त्री नगर से वैशाली नगर को जोडऩे का मार्ग व दूसरा रेलवे स्टेेशन का दूसरा गेट जो पाल बीचला की ओर खुले। दोनों काम तभी हो सकेंगे, जब यहां के जागरूक बन्धु मुख्यमंत्री को पत्र लिख कर अपनी बात पहुंचाएंगे। अब लाल बत्ती वालों पर भरोसा करने का समय समाप्त हो गया है। लाल बत्ती मिलने के बाद वे क्यों शिकायत के लिए मुंह खोलेंगे। उनका कोटा तो पूरा हो गया। वे अब आवाज नहीं उठाएंगे।
3. हां, नित नए धरने प्रदर्शन करने वाली कांग्रेस अब तो राजनीति और धरने-प्रदर्शन पुतला फूक आंदोलन के साथ कुछ यहां की एडीए की दशा सुधारने पर तवज्जो देे तो जनता समझेगी कि चलो देर से ही सही विपक्षी पार्टी को राजनीति के साथ अजमेर की याद तो आई।
4. और देखो अभी तो एडीए चेयरमेन हेडा साहब की बैटिंग का नम्बर भी नहीं आया कि उनके खिलाफ एफआईआर भी दर्ज हो गई। अजमेर के पूर्व के दो चेयरमेन बैटिंग किए बिना ही आउट हो चुके हैं, क्या यही हादसा हेडा जी के साथ कराके हमें खुशी मिलेगी। कुछ तो लिखो मुख्यमंत्री जी को कि एडीए को आईसीयू से उबारने के लिए कुछ तो करो नहीं तो अजमेर का यह राजनीतिज्ञ भी…………….. भेंट चढ़ जाएगा।
-एन के जैन सीए
वरिष्ठ पत्रकार