जिला प्रषासन के विभिन्न अधिकारियों ने मंगलवार को जिले की अनेक स्कूलों में जा कर मिड डे मील की जांच की और उन्हें सभी व्यवस्थाएं सही पाई गईं। व्यवस्थाएं सही मिलनी ही थीं। वजह ये कि मंगलवार को जांच किए जाने की सूचना प्रषासन की ओर से दो दिन पहले से ही सार्वजनिक कर दी गई थी। भला ये भी कोई जांच हुई। वास्तविक जांच का मतलब ही ये है कि अचानक मौके पर जा कर पडताल की जाए। अगर पहले से सूचित करके जाएंगे तो सब कुछ सही ही मिलने वाला है। अफसोसनाक है कि जिला प्रषासन ने ऐसी बेकार कवायद की, जिसका कोई औचित्य नहीं है।