जेल स्टाॅफ शक के दायरे में!
लापरवाही तो है ही
एसपी राजेन्द्र सिंह ने एक सवाल के जवाब में कहा कि जेल में जैमर भी है और पुख्ता बंदोबस्त भी है। इसके बावजूद भी यदि सिम कार्ड पहुंचा है तो अवश्य ही लापरवाही रही है। इस संबंध में जांच करवाई जाएगी और दोषी को बख्शा नहीं जाएगा।
हार्डकोर की हरकतें होती है कैद
हार्डकोर अपराधी को पूरे पुख्ता बंदोबस्त के बीच हाई सिक्योरिटी जेल से बाहर निकाला जाता है तो इसकी भी विडियो रिकाॅर्डिंग करवाई जाती है। यानि कि हार्डकोर अपराधियों की हर एक हरकतों को कैद करने के साथ ही नजर भी रखी जाती है। फिर ऐसे में सिम कार्ड जेल के अंदर तक पहुंच पाना तो नामुमकिन सा लगता है।
जेल स्टाॅफ शक के दायरे में
जेल के स्टाॅफ पर अब शक की सुई जा रही है। ऐसे में जेल स्टाॅफ से सघन पूछताछ की जाएगी तो इसका भण्डाफोड हो सकता है कि किसने सिम कार्ड उपलब्ध करवाया। जेल में सिम मिलने के बाद से वैसे भी हडकम्प मचा हुआ है।
सिम कार्ड भी खोलेगी राज
सिम कार्ड को भी जिला पुलिस के एक्सपर्ट को दे दिया गया है जो सिम कार्ड से किन लोगों से बात हुई है और किस फोन में लगाकर उसे इस्तेमाल किया गया था सहित अन्य कई राज से पर्दाफाश करने में जुट गए हैं। फिलहाल दोनों हार्डकोर तो इस संबंध में कुछ भी बोलने से साफ इंकार कर रहे हैं।
नवीन वैष्णव
(पत्रकार), अजमेर
9252958987
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