भाजपा सरकार के दो मंत्री आपस मे भिड़े

*केकड़ी_राजस्थान*
अनुशासित होने का ढिंढोरा पीटने वाली भारतीय जनता पार्टी का असली मुखौटा अब जनता के सामने आने लगा है। अब तक तो राजस्थान भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष की नियुक्ति के मामले में तथा दिग्गज व पार्टी के 45 साल पुराने नेता घनश्याम तिवाड़ी के पार्टी छोड़ने के मामले में भाजपा की जगहंसाई हो चुकी है, आज तो भाजपा सरकार के दो मंत्रियों ने आपस मे झगड़ कर पार्टी की जमकर किरकिरी कर दी। अब तक तो हमने पार्टी कार्यकर्ताओं को ही आपस में लड़ते देखा और सुना था यहां तो भाजपा सरकार के दिग्गज मंत्री आपस मे लड़ भिड़ रहे हैं। राजस्थान में जंगलराज थोड़े ही चल रहा है , आखिर भाजपा के ऐसे नेता अब पार्टी को और किस हद तक गिरायेंगेे। अनुशासित पार्टी के मंत्रियों के आपस मे झगड़ने के मामले ने कांग्रेस को एक और मुद्दा परोस दिया है।
आज जब लोगों को मीडिया के माध्यम से राजस्थान सरकार के दो मंत्रियों के आपस मे लड़ने, झगड़ने के समाचार मिलेे तो लोग अवॉक रह गए। क्या यही है भाजपा का अनुशासन ? अपने आप को अनुशासित कहने वाली व अपने कार्यकर्ताओं को अनुशासन का पाठ पढ़ाने वाली पार्टी की पोल खुल चुकी है। इन हरकतों की वजह से आमजन में पार्टी अपना विश्वास खोती जा रही है। आज जब राज्य के शिक्षा मंत्री वासुदेव देवनानी व चिकित्सा राज्यमंत्री बंशीधर बाजिया के आपस मे झगड़ने के समाचार मिले तो लोगों को यकायक यकीन ही नहीं हुआ कि अन्तर्राष्ट्रीय स्तर की पार्टी के पढ़े लिखे और सभ्य नेता भी ऐसा कुछ कर सकते हैं। सूत्रों के अनुसार दोनों मंत्रियों में शिक्षा विभाग में चल रहे तबादलों के मामले में झगड़ा हुआ। शुरुआत में चिकित्सा राज्यमंत्री बंशीधर बाजिया ने देवनानी के बंगले पर आज सुबह उनके बताए गए शिक्षकों के तबादले न होने पर नाराजगी जताई बाद में आपस मे शुरू हुई कहासुनी झगड़े में तब्दील हो गई। बात इतनी बढ़ी कि मामला लेवा देवी तक पहुंच गया बताया, लात घूंसे तक चले बताये। बताया जा रहा है कि दोनों को शांत करने के लिए देवनानी के बंगले पर तैनात पुलिस के जवानों व कर्मचारियों को बीचबचाव करना पड़ा। देवनानी के साथ ऐसा अक्सर होता रहता है, हाल ही लोकसभा उपचुनाव के दौरान भी धक्का मुक्की का मामला सामने आया था वहीं गत दिनों तिजारा के विधायक मानसिंह भी तबादलों में उनके साथ भेदभाव के आरोप में भिड़ंत हो गई थी और विधायक मानसिंह ने सरेआम देवनानी को खूब खरी खोटी सुनाई थी। इसी तरह शिक्षक भी देवनानी के बंगले पर तबादले को लेकर हंगामा कर चुके हैं। ऐसी और कई घटनाएं हैं जिन्होंने भाजपा को शर्मसार किया है। शिक्षकों के तबादलों के मामले में कई और मंत्री, सांसद,विधायक व शिक्षक संगठनों के पदाधिकारी देवनानी की हठधर्मिता के चलते उनसे खासा नाराज चल रहे हैं। खैर
दोनों मंत्रियों के आपस मे झगड़ने का मामला मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे व संगठन तक पहुंच गया है। संगठन के महामंत्री चंद्रशेखर ने शिक्षामंत्री देवनानी की शिकायत पर चिकित्सा राज्यमंत्री बंशीधर बाजिया को तलब किया है। अब देखना है कि मुख्यमंत्री राजे मामले को कितना गम्भीरता से लेती है वहीं संगठन क्या कार्यवाही करता है !
✍🏼 *@ तिलक माथुर*
*9251022331*

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