नशेड़ी कर रहे हैं बदनाम छोटे व्यापारियों को

मित्रों,मैं आप सभी मित्रों और मीडिया के साथियों तथा पुलिस व प्रशासन का ध्यान इस महत्वपूर्ण इश्यू की और करवाना चाहता हूं जो अभी ज्यादा चर्चा में है।रोज सोशल मीडिया पर दुकानदारों द्वारा लूट खसोट करने की बातें चल रही है।मैंने सोचा की पता तो करूं की इन अफवाहों में कितने प्रतिशत सच्चाई है तो मित्रों जब मैंने इन तथ्यों की जानकारी ली तो ये बातें 95% झूठी निकली।पाँच प्रतिशत अपवाद तो खैर है।लालची और मौके का फायदा उठाने वाले कुछ लोग हैं।बाकी 95 % व्यापारी रोज हम सब लोगों के बीच में बैठते हैं।उनका भी सामाजिक सरोकार रहता ही है और फिर व्यापार तो वो ही कर सकता है जो सोशल हो,व्यवहारिक हो।अव्यवहारिक और घमंडी आदमी से कौन सामान खरीदेगा।आप खुद ही सोचो।इन बेचारे व्यापारियों को एप्रिशिएट करना तो दूर चोर कह रहे हो।शर्म आनी चाहिए इन नशेड़ियों को जो अपने गुटखे,बीड़ी,सिगरेट के शौंक की वजह से इन्हें बदनाम कर रहे हो।ये लोग जितना सहयोग कर रहे हैं कोई नहीं कर रहा है।मैं आपको वस्तुस्थिति से अवगत करवाता हूं जिसको कोई भी व्यक्ति चेलेंज करना चाहे तो मैं उसको मेरे नीचे लिखे नम्बर पर बात करने के लिए निमंत्रण देता हूं….
*महत्वपूर्ण तथ्य*
1.जो लोग मिराज तम्बाकू का सेवन करते हैं उनको लॉक बंदी से पहले ये पाउच 10 रुपये का मिलता था।जो पैकेट दुकानदार को 160 रुपये में मिलता था और इसमें 20 पाउच आते हैं।इस प्रकार दुकानदार को 8/-में मिलता था और वो 10 रुपये में बेचता था।लॉक बंदी की वजह से फैक्टरियां बन्द हो गई।माल आ नहीं रहा है।बड़े काला बाजारियों ने अब इस 160 रूपये वाले पैकेट की रेट 300 रुपये कर दी है।क्या करे छोटा दुकानदार 20 रुपये में ही बेचेगा।
2.तानसेन पान मसाला पांच रुपये में बिकता था।जो व्यापारी को 215 रुपये में 50 पाउच मिलते थे अब इसकी रेट इन कालाबाजारियों ने 300 रुपये कर दी है।
3.विमल पान मसाला पांच रुपए में मिलता था।दुकानदार को 125 रुपये में 30 पाउच मिल रहे थे अब 150 रुपये में भी नहीं मिल रहा इनको।
4.देसाई बीड़ी का बंडल पहले 20 रुपये में मिलता था ग्राहक को।दुकानदार को 365 रुपये के पुड़े में 20 बंडल मिलते थे अब 450 रुपये में भी माल नहीं है।कारखाने बन्द हो गए।चोरी छिपे कोई बना रहा होगा तो बेचेगा भी महंगा ही।अब इसका पुड़ा 450 रुपये में भी ब्लैक से मिल रहा है।व्यापारी मजबूरी में 30 रुपये में बेच रहा है।बीड़ी पीने वाला पहले तो लड़ेगा,व्यापारी समझाएगा तो बड़ी मुश्किल से मानेगा और उठाकर सोशल मीडिया पर लिख देगा व्यापारी चोर है।फिर ये सारे बीड़ी पीने वाले,गुटखे खाने वाले मिलेंगे तब भी यही राग अलापेंगे की व्यापारी चोर है।और होता क्या है।दस आदमी एक ही बात बोलते हैं तो हम उसे ही सही मान लेते हैं।प्रिंट मीडिया वाले भी वो ही लिखते हैं जो लोग कहते हैं।और यही आवाज घूमते घूमते प्रशासन के पास चली जाती है।मेरे पास 502 बीड़ी,खुशाल बीड़ी,गुटखों सबके अपडेट्स हैं।सब चीजों की यही हालत है।
*इन हालातों में सरकार और प्रशासन क्या करे।वो लोगों को मेडिकल हेल्प दे,खाना पहुंचाए या इन बीड़ी गुटखे वालों की सुने*
मित्रों ये सोशल मीडिया बहुत झूठ से भरी पड़ी है।ये व्यापारी हम जैसे हैं।इनको बेईमान नहीं समझो।परिस्थितियों को समझो…..💐💐
डॉ. मनोज आहूजा एडवोकेट एवं पत्रकार मोबाइल नम्बर 941330027….

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