*जलकुम्भी पर नियन्त्रण के परिणाम आने लगे है सामने,*🦚
*आनासागर झील में जलकुंभी से निजात दिलाने हेतु पुरजोर प्रयास करने पर नगर निगम आयुक्त श्री देशल दान की प्रशंसा*✍️
*भारतीय पब्लिक लेबर पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष बाबूलाल साहू ने आज अजमेर नगर निगम के कमिश्नर श्री देसल दान से मुलाकात कर उनके द्वारा* *आनासागर झील में फैली जलकुंभी पर भरकस प्रयास कर दिन-रात फैलती जलकुंभी पर अंकुश* *लगवाने पर नगर निगम आयुक्त श्री देशल दान के निर्देशन में लगातार कार्य करवाने पर श्री साहू ने निगम आयुक्त के ऑफिस जाकर प्रशंसा की एवं स्वागत किया। श्री साहू ने बताया कि अजमेर नगर निगम की पूरी टीम ने निगम कमिश्नर के नेतृत्व में समर्पित भाव से कार्य किया*। *इसके परिणाम स्वरूप वर्तमान में जलकुम्भी का क्षेत्रफल बहुत कम हो गया है। इसको अन्य स्थानों पर फैलने से रोेकने के लिए कोटा से विशेष प्रकार का 2800 फीट लम्बा जाल मंगवाकर एसटीपी के पीछे से रीजनल कॉलेज चौपाटी तक जलकुम्भी को लॉकिंग किया गया है। इससे हवा के दवाब के कारण जलकुम्भी का फैलाव स्थिर रहेगा। हवा के झोंकों से जलकुम्भी अन्यत्र छितरी हुई अवस्था में कम से कम होगी।* *उल्लेखनीय की भारतीय पब्लिक लेबर पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष बाबूलाल साहू के द्वारा नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) में* *आनासागर झील में बिगड़ते पर्यावरण प्रदूषण को लेकर परिवाद दायर किया हुआ है*, *जिसकी अगली सुनवाई 8 जुलाई 2024 को होगी*,
*उन्होंने बताया कि नगर निगम के कमिश्नर के निर्देशन में झील में ऑक्सीजन स्तर बढ़ाने के लिए जगह-जगह एरिएटर एवं फव्वारे स्थापित किए जा रहे हैं।* *इन एरिएटर तथा फव्वारों से* *वायुमण्डलीय ऑक्सीजन जल में घुलनशील होकर ऑक्सीजन का स्तर बढ़ाएगी। यह जलीय जन्तुओं के लिए प्राणदायक होगी।* *घुलनशील ऑक्सीजन का स्तर बढ़ने से पानी से आने वाली दुर्गन्ध से भी राहत मिलेगी। गर्मी के मौसम में तेज धूप के कारण जलीय शैवालों की कॉलोनी तेजी से बढ़कर जल को दुर्गन्धित कर सकती है। अब ऎसा नहीं होने से चौपाटी का आनन्द लिया जा सकेगा।*
*उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन द्वारा गठित नगर निगम की विशेष टास्क फोर्स टीम द्वारा भीषण गर्मी में भी दिन-रात किए गए अथक प्रयासों के कारण झील का अधिकांश भाग जलकुम्भी मुक्त हो रहा है।*
*जिसमें सागर विहार कॉलोनी*, *जी मॉल के पीछे, पुरानी चौपाटी*, *रामप्रसाद घाट तथा लव कुश उद्यान के आसपास से टापू के आगे लगभग पूर्ण रूप से साफ हो रही है।*
*झील का कुल क्षेत्रफल 776 एकड़ (3.14 वर्ग किलोमीटर) है। इसमें से मात्र 0.53 वर्ग किलोमीटर में ही जलकुम्भी बची है। यह सम्पूर्ण झील का मात्र 16.87 प्रतिशत है।*
*श्री साहू ने बताया कि झील में जलकुंभी का फैलाव वर्तमान में रीजनल कॉलेज चौपाटी के* *आसपास तक सीमित हो गया है।* *इसे शीघ्र ही नियंत्रण में लेकर बाहर निकालने की प्रशंसनीय कार्रवाई की जा रही है।* *आनासागर झील पूर्णतया जलकुंभी मुक्त हो जाएगी एवं पर्यावरण प्रदूषण के लिए उपयुक्त मदद मिलेगी तो उसके लिए उनके द्वारा झील के फोटोग्राफी तैयार करवा कर नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) में अगली सुनवाई पर आनासागर झील के फोटोग्राफी सहित रिपोर्ट प्रस्तुत की जाएगी*
*बाबूलाल साहू*,
*राष्ट्रीय अध्यक्ष,* 🙏🇮🇳
*भारतीय पब्लिक लेबर पार्टी*,
*Mob.No, 8619189143,*