हालांकि अजमेर नगर निगम के चुनाव अभी दूर हैं, लेकिन चुनाव लडने के इच्छुक नेता अंदरखाने तैयारी कर रहे हैं। राजस्थान अनुसूचित जाति आयोग के पूर्व सदस्य प्रताप यादव की पत्नी श्रीमती तारा देवी यादव व पुत्री मीनाक्षी यादव ने तो अभी से वार्ड छह व सात में ताल ठोक दी है। ज्ञातव्य है कि पिछले चुनाव में गफलत या साजिश के चलते चुनाव चिन्ह मिल कर भी नहीं मिल पाया था। कांग्रेस के चंद वरिष्ठतम नेताओं में एक प्रताप यादव के परिवार के लिए यह एक गहरी राजनीति चोट थी। राजनीति में इस परिवार की कितनी भागीदारी रही है, इसका अनुमान इसी से लगाया जा सकता है कि यादव दो बार व उनकी धर्मपत्नी श्रीमती तारा देवी यादव तीन बार पार्षद रही हैं। साजिश का शिकार परिवार मायूस नहीं हुआ। कांग्रेस में लगातार सक्रिय बना रहा। पार्टी के सभी कार्यक्रमों निरंतर उपस्थिति दर्ज करवाई। विशेष रूप से मीनाक्षी यादव ने अतिरिक्त सक्रियता दिखाई। वे प्रदेश महिला कांग्रेस की सचिव हैं। वैसे उनकी तैयारी तो अजमेर दक्षिण विधानसभा सीट के टिकट की दावेदारी करने की है, लेकिन फिलवक्त लक्ष्य में निगम चुनाव को रखा है। हाल ही यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर पत्नी व पुत्री की वार्ड छह व सात से दावेदारी करते हुए ताल ठोक दी है। ज्ञातव्य है कि इन वार्डों में इस परिवार की गहरी पकड है। यादव क्षेत्र की समस्याओं के लिए निरंतर आवाज उठाते रहते हैं।