
राष्ट्रीय नारी शक्ति सेना के नमस्कार के साथ,
मैं रेखा यादव — आज एक गंभीर विषय पर समाज का ध्यान आकर्षित करना चाहती हूँ।
अजमेर के उसरी गेट क्षेत्र में सामने आया धर्म परिवर्तन का मामला एक बार फिर समाज की आत्मा को झकझोर गया है।
जब किसी व्यक्ति की आस्था को दबाव, छल या लालच के माध्यम से बदला जाता है, तो यह केवल धर्म का प्रश्न नहीं रहता — यह इंसानियत की जड़ों को हिला देने वाली घटना बन जाती है।
धर्म व्यक्ति की आत्मा का हिस्सा है — इसे कोई कानून, सत्ता या संगठन नहीं बदल सकता।
लेकिन जब धर्म के नाम पर लोगों की भावनाओं से खेला जाता है, तो यह सामाजिक अपराध बन जाता है।
अजमेर, जो सदियों से प्रेम, एकता और सूफी संस्कृति का प्रतीक रहा है, वहाँ इस प्रकार की घटना होना अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है।
राष्ट्रीय नारी शक्ति सेना की यह स्पष्ट सोच है कि –
धर्म परिवर्तन नहीं, विचार परिवर्तन ज़रूरी है।
छल नहीं, चेतना चाहिए।
और सबसे बढ़कर — महिलाओं को जागरूक बनना चाहिए, ताकि वे अपने परिवार और समाज को सच्चाई का रास्ता दिखा सकें।
अब समय है कि समाज जागे, प्रशासन सख्त कदम उठाए और हर व्यक्ति अपनी आस्था की रक्षा स्वयं करे।
धर्म किसी किताब में नहीं, हमारे कर्म और सत्य में बसता है।