हिन्दी गजलों को देश भर में लोकप्रिय बनाने के लिए विशिष्ट साहित्यकार सम्मान

अजमेर के जाने-माने साहित्यकार व पत्रकार सुरेन्द्र चतुर्वेदी को राजस्थान साहित्य अकादमी, उदयपुर के तत्वावधान में आयोजित मीरा पुरस्कार समारोह, 2013 में हिन्दी गजलों को देशभर में लोकप्रिय बनाने के लिए विशिष्ट साहित्यकार सम्मान प्रदान किया गया है। उदयपुर में अकादमी अध्यक्ष वेद व्यास की अध्यक्षता और केंद्रीय साहित्य अकादमी के पूर्व अध्यक्ष एवं लेखक प्रभाकर स्तोत्री व बाल कवि बैरागी के विशिष्ट आतिथ्य में उन्हें 51 हजार रुपए का चैक भी दिया गया।
ज्ञातव्य है कि चतुर्वेदी देश के ऐसे गजलकार हैं, जिन्होंने उर्दू की तर्ज पर हिंदी की गजलों की रचना का विशिष्ट काम किया है। उनकी अब तक 25 पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं और वे पांच फिल्मों से भी जुड़े रहे हैं।
आइये, जरा उनके जीवन में बारे में जानें:-
साहित्यकार, सूफी शायर, फिल्म लेखक और व्यंग्यकार सुरेन्द्र चतुर्वेदी पूरे देश में एक जाना-पहचाना नाम है। उनका जन्म 16 मई, 1955 को श्री माणकचंद चतुर्वेदी के घर हुआ। उन्होंने हिंदी, अंग्रेजी व मनोविज्ञान में एम.ए. की है। पेशे से वे शिक्षा विभाग में लाइब्रेरियन रहे हैं, लेकिन वे प्रारंभ से ही रचनाधर्मिता की ऊर्जा से लबरेज रहे हैं। उनकी रचनाएं देश-विदेश की पत्र-पत्रिकाओं में सतत प्रकाशन और दूरदर्शन व अन्य टीवी चैनलों पर प्रसारण होता है। वे अनेक मुशायरों व कवि सम्मेलनों में हिस्सा ले चुके हैं, जहां अपनी अलग ही पहचान बनाए रखते हैं। उनकी अनेक पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं, यथा शवयात्रा स्वीकृतियों की-कविता, दर्द-बे-अंदाज-गजल, पीठ पर टंगा सूरज-उपन्यास, कैक्टस के फूल-कविता, वक्त के खिलाफ-गजल, कभी नहीं सूखता सागर-वेद मंत्रों का काव्य अनुवाद, मैं से तुम तक-कविता संग्रह, पुलिस और मानव व्यवहार-मनोवैज्ञानिक विश्लेषण, अंदाजे-बयां और-गजल संग्रह, आसमां मेरा भी था-गजल संग्रह, अंजाम खुदा जाने-गजल संग्रह, कोई अहसास बच्चे की तरह-गजल संग्रह, कोई कच्चा मकान हूं जैसे-गजल संग्रह, एज इफ ए मड हाउस आई एम-अंग्रेजी में गजलें। उन्होंने अनेक फिल्मों की कहानियां भी लिखी हैं, यथा अनवर, लाहौर, तेरा क्या होगा जॉनी। हर बात में व्यंग्य और हास्य तलाशने में माहिर चतुर्वेदी अपने भीतर दर्द का कितना बड़ा समंदर लिए घूमते हैं, इसका अनुमान इसी बात से लगाया जा सकता है कि एक पुस्तक में उन्होंने अपने परिचय में लिखा है- पुरस्कार-एक भी नहीं, अपमान-कदम-कदम पर।
उनका संपर्क सूत्र:-
गजल, कुंदन नगर, अजमेर मोबाइल : 98292-71388
Web : surendrachaturvediajmer.webs.com
E-mail : ghazal1681@yahoo.co.in