केजरीवाल ने पूछे मोदी से सोलह सवाल

Arvind Kejriwalगुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी बीते छह महीने से देशभर में पीएम बनने के लिए दौड़ रहे थे और सब पर सवाल खड़ा कर रहे थे। लेकिन इस दौड़भाग में वे भूल ही गये कि वे जिस गुजरात के मुख्यमंत्री हैं उस गुजरात में भी बहुत सारे सवाल ऐसे हैं जिनका जवाब जनता मांग सकती है। और ठीक चुनाव से पहले पांच से आठ मार्च के बीच अपने दौरे के दौरान अरविन्द केजरीवाल ने मोदी से सोलह सवाल किये हैं।
1) हमें पता चला है कि गुजरात सरकार केजी बेसिन से निकलने वाली गैस के दाम बढ़ाकर 16 डॉलर प्रति यूनिट करवाने की मांग कर रही है। यूपीए सरकार ने तो गैस के दाम अभी 4 डॉलर से बढ़ा कर 8 डॉलर करने के आदेश दिये हैं, जिसकी वजह से हंगामा मचा हुआ है। यदि आप देश के प्रधानमंत्री बनते हैं तो क्या जनता माने कि आप मुकेश अंबानी की गैस के दाम बढ़ाकर 16 डॉलर प्रति यूनिट कर देंगे?
2) क्या यह सच है कि आपकी सरकार 13/- प्रति यूनिट की दर से सोलर एनर्जी खरीद रही है? वो भी बिना टेंडर प्रक्रिया का पालन किये। जबकि मध्यप्रदेश और कर्नाटक में टेंडरिंग के बाद भी 7.5/- प्रति यूनिट और 5.5/- प्रति यूनिट की दर से सोलर एनर्जी खरीदी जा रही है। आपकी सरकार इतनी अधिक दरों पर बिजली (सोलर पावर) क्यों खरीद रही है?
3) आप हर जगह कहते रहे हैं कि गुजरात में कृषि विकास दर 11% है। जबकि आप ही की सरकार के आंकड़ों के मुताबिक 2006-07 में गुजरात में कृषि उत्पादन 27815/- करोड़ का था। 2012-13 में यह घटकर 25908/- करोड़ रह गया। इस हिसाब से आपके शासन काल में कृषि उत्पादन में कमी आयी है और कृषि उत्पादन की वार्षिक दर 1.18% रही है। तब आप किस आधार पर 11% कृषि विकास दर का दावा करते हैं?
4) पिछले 10 साल में गुजरात में लगभग दो तिहाई लघु उद्योग बंद हो चुके हैं। इसका उदाहरण हमे मेहसाना में देखने को मिला, जहां छोटे से इलाके में 187 में से 140 लघु उद्योग यूनिट बंद हो चुकी हैं। ऐसे में आपके विकास का मॉडल क्या है? क्या आप देश के सारे छोटे उद्योगों, मध्यम उद्योगों को बंद करके आपकी पसंद के चंद औद्योगिक घरानों को देश का सारा उद्योग सौंप दिया जाए?
5) आप हर जगह दावा करते हैं कि आपने गुजरात में भ्रष्टाचार खत्म कर दिया है, पर गांवों और शहरों में हर जगह गुजरात के लोगों से बात करके पता चला है कि आपके सरकारी विभागों में नीचे तक खूब भ्रष्टाचार है। एक तलाटी की नौकरी के लिए 10 लाख रुपये तक की रिश्वत मांगी गयी। बीपीएल कार्ड बनवाने, इंदिरा आवास योजना से लेकर औद्योगिक लाइसेंस लेने तक में, हर जगह रिश्वत देनी पड़ती है। लोग भ्रष्टाचार से बेहद दुखी हैं। तब आप कैसे दावा करते हैं?
6) आपने अपने मंत्रिमंडल में बाबू भाई बोखरिया जैसे लोगों को रखा है। जिनके खिलाफ अवैध खनन के मामले हैं और उन्हें 3 साल की सजा तक हो चुकी है। 450 करोड़ के मछली घोटाले के आरोपी पुरुषोत्तम सोलंकी तक को आप मंत्रिमंडल में रखते हैं। क्या आपको 6 करोड़ गुजरातियों में से अपने मंत्रिमंडल के लिए कोई ईमानदार व्यक्ति नहीं मिला?
7) लोग कहते हैं कि आपके मुकेश अंबानी जी से बेहद घनिष्‍ट रिश्ते हैं। आपने अंबानी परिवार के दामाद तक को मंत्री बनाकर उन्हें ऊर्जा, खनन जैसे मंत्रालय देकर गुजरात के प्राकृतिक संसाधनों को एक तरह से अंबानी परिवार को सौंप रखा है। आप ऐसा क्यों कर रहे हैं?
8) पूरे गुजरात में बेरोजगारी का बुरा आलम है। हाल ही में तलाटी पद की नौकरी के 1500 पदों के लिए 13 लाख लोगों ने आवेदन किया। फिर आप कैसे दावा करते हैं कि आपने गुजरात में बेरोजगारी की समस्या हल कर दी है?
9) आपकी सरकार में भी युवाओं को ठेके की नौकरियों पर रख कर उनका शोषण किया जा रहा है। पढ़े-लिखे नौजवानों को आप जहां ठेके पर नौकरी देते हैं, तो उसे पांच साल तक महज 5300/- प्रतिमाह का वेतन मिलता है। क्या आप मानते हैं कि कोई भी शिक्षित इज्जतदार आदमी 5300/- प्रतिमाह के वेतन में अपना परिवार चला सकता है?
10) क्या आप मानते हैं कि देश के गरीब लोगों को अच्छी शिक्षा देना सरकार की जिम्मेदारी है? पिछले कई दिनों से हम गुजरात के गांवों और कस्बों में घूम रहे हैं। गुजरात के सरकारी स्कूल तो बदहाली के शिकार हैं। हमें ऐसे कॉलेज भी मिले हैं, जहां 600 बच्चों पर प्रिंसिपल सहित कुल तीन अध्यापक हैं। ऐसी शिक्षा व्यवस्था के चलते देश कैसे विकास कर सकता है?
11) क्या आप मानते हैं कि सरकार की जिम्मेदारी अच्छी स्वास्थ्य सेवाएं देना भी है? पूरे राज्य में सरकारी स्‍वास्‍थ्‍य सेवाएं ठप पड़ी हैं। हर जगह भ्रष्टाचार है। कई गांवों में प्राथमिक चिकित्सा केंद्र बंद पड़े हैं, खंडहर हो चुके हैं। ताल्लुका और जिला स्तर के अस्पतालों में आधे से ज्यादा पद खाली पड़े हैं। जो हैं वो आते नहीं हैं। अस्पतालों में दवाई नहीं मिलती। ऐसे में गुजरात में अच्छी स्वास्थ्य सेवा देने का दावा आप देश भर के सामने क्यों करते हैं?
12) पूरे गुजरात में किसान आपकी सरकार से दुखी है। उसकी लागत से भी कहीं कम मूल्य उसे अपनी उपज का मिलता है, क्योंकि न्‍यूनतम समर्थन मूल्य पर आपकी सरकार उसकी अनदेखी करती आयी है। किसान आत्महत्या करने पर मजबूर हैं। हाल के वर्षों में गुजरात में 800 किसान आत्महत्या कर चुके हैं और आपने किसानों को मिलने वाली तमाम सब्सिडी बंद कर दी है। आप पूरे देश में घूम-घूमकर बता रहे हैं कि आपकी सरकार ने गांव-गांव में बिजली पहुंचा दी है। हमें ता चला है कि आपकी सरकार के पास 4 लाख किसानों ने कई वर्षों से बिजली कनेक्शन के लिए आवेदन कर रखा है, लेकिन उन्हें कनेक्शन नहीं मिल रहा। जब आप किसान को कनेक्‍शन ही नहीं दे पा रहे तो बिजली उपलब्ध कराने का खोखला दावा क्यों करते हैं?
13) आपकी सरकार में किसानों की जमीन छीन-छीनकर अपने कुछ चहेते उद्योगपतियों को आप कोड़ियों के भाव दिलवा रहे हैं। इनमें से बहुत से किसानों को तो मुआवजा दिया ही नहीं गया। आपने जो भी मुआवजा दिया, वो बाजार की कीमत से बहुत कम दिया है। आपने किसानों की जमीन छीनकर अदानी और अंबानी जैसे उद्योगपतियों को 1/- प्रतिवर्ग मीटर पर दी है। ऐसे क्यों? किसानों के प्रति आपकी सरकार इतनी निर्दयी क्यों है?
14) कच्छ के लोगों को पीने और खेती के लिए पानी पहुंचाने के लिए 2005 में नर्मदा बांध की ऊंचाई बढ़ायी गयी थी। लेकिन आज 8 साल बाद भी कच्छ के लोगों को पानी नहीं मिला। यह पानी आपके कुछ चहेते उद्योगपतियों को दे दिया गया। कच्छ के लोगों के साथ यह भेदभाव क्यों?
15) आपने पंजाब में कहा था कि गुजरात के कच्छ में रह रहे सिख परिवारों की जमीनें नहीं छीनी जाएंगी। सच यह है कि आपकी सरकार पर परिवारों की जमीनें छीनने के लिए कोर्ट में मुकदमा कर रखा है।
16) आप निजी हेलीकॉप्‍टर और जहाजों में घूमते हैं। आपके पास ऐसे कितने जहाज, हेलिकॉप्टर हैं? ये किसके हैं? आप इनका कितना पैसा देते हैं? या इनका पैसा कोई और देता है? आप अपनी हवाई यात्रा के खर्च को सार्वजनिक क्यों नहीं करते?

error: Content is protected !!