दिल्ली के मुख्यमन्त्री अरविन्द केजरीवाल भले ही राजनीति में नए नए नजर आ रहे हो लेकिन इन दिनों उनका टारगेट बीजेपी और पीएम नरेंद्र मोदी ही है। केजरीवाल ने शनिवार को बेमौसम बारिश से परेशान दिल्ली के किसानों के लिए एक बड़ी राहत भरी घोषणा का एलान किया। अरविंद केजरीवाल ने शनिवार को बेमौसम बारिश से किसानों को हुए नुकसान के लिए प्रति एकड़ 20,000 रुपए का मुआवजा देने का ऐलान किया है। यह मुआवजा देश में किसी भी राज्य सरकार द्वारा दिया जाने वाला यह सबसे अधिक मुआवजा होगा। केजरीवाल की इस घोषणा ने पीएम नरेंद्र मोदी के किसान हितैषी होने के दावों की हवा निकाल दी है।
शनिवार को केजरीवाल अपनी टीम के साथ दिल्ली के निकटतम गांवो के दौरे पर निकले। जहाँ केजरीवाल ने किसानो की पीड़ा समझते हुए कहा कि आप की सरकार हमेशा किसानों के साथ है। बेमौसम बारिश की वजह से दिल्ली के किसानों को भारी नुकसान हुआ है। किसानो को संबोधित करते हुए केजरीवाल ने किसानों को हुए नुकसान के लिए प्रति एकड़ 20,000 रुपए का मुआवजा देने का ऐलान कर दिया है।
केंद्र सरकार से भली तो दिल्ली राज्य है। कैसे पढ़े।

हाल ही में पीएम मोदी ने किसानो के लिए भले कितनी ही घोषणा की हो, लेकिन किसानों को मुआवजा देने में मोदी से आगे केजरीवाल हैं। केंद्र सरकार के मुआवजे के हिसाब से निजी आंकलन में पता चला कि 1 एकड़ खेत में गेंहू उत्पादन की लागत लगभग 28000 रूपये आती है। जिसमे 33 प्रतिशत फसल ख़राब होने पर किसान को लगभग 7 हजार रुपए ही दिए जायेंगे। वही केंद्र सरकार के मुआवजे की यह व्यवस्था केवल दो हेक्टेयर तक ही सीमित है। यानि किसी किसान को केवल दो हेक्टयेर में हुए नुकसान का ही मुआवजा मिलेगा। बाकी का नुकसान स्वयं किसान को झेलना होगा। वही गैर-सिंचित भूमि के लिए किसानों को प्रति एकड़ 2700 रुपए का मुआवजा मिलेगा, जबकि सिंचित क्षेत्र के लिए यह मुआवजा प्रति एकड़ 5400 रुपए मिलेगा। इससे ज्यादा मुआवजा तो केजरीवाल की दिल्ली सरकार किसानो को दे देगी।
सुशील पाल स्पेशल रिपोर्ट।